बचपन और संघर्षों से भरी शुरुआत
31 मई 1946 को लाहौर (ब्रिटिश भारत, अब पाकिस्तान) में जन्मी पुनीता अरोड़ा (Punita Arora) का बचपन विभाजन की त्रासदी के बीच बीता. वर्ष 1947 में भारत-पाकिस्तान विभाजन के समय उनका परिवार केवल एक गिलास और एक कंबल के साथ सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) पहुंचा. इस कठिन समय ने उन्हें मजबूत इरादों वाली महिला बनने की नींव दी.
AFMC से पूरी की पढ़ाई
मेडिकल करियर की दिशा: सर्जरी से स्त्री रोग विशेषज्ञ तक
हालांकि अरोड़ा शुरुआत में सर्जन बनना चाहती थीं, लेकिन सेना ने उन्हें स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ बनने की दिशा में आगे बढ़ाया. इस क्षेत्र में उन्होंने महिलाओं के स्वास्थ्य और मिलिट्री मेडिकल सर्विस में उल्लेखनीय योगदान दिया है.
AFMC की पहली महिला कमांडेंट
सेना मुख्यालय में सीनियर भूमिका
भारतीय नौसेना में ऐतिहासिक उपलब्धि
ये भी पढ़ें…