पैथोलॉजी लैब डिग्री: करियर की पहली सीढ़ी
इस क्षेत्र में काम करने के लिए मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी या पैथोलॉजी से जुड़ी डिग्री या डिप्लोमा करना ज़रूरी होता है. सबसे ज्यादा लोकप्रिय कोर्स हैं.
डिप्लोमा इन मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी (DMLT) – 1 से 2 साल का कोर्स
बीएससी मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी – 3 साल का ग्रेजुएट कोर्स
एमएससी पैथोलॉजी या मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी – 2 साल का मास्टर कोर्स
इन पाठ्यक्रमों के लिए 10+2 में साइंस (फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी) पास होना ज़रूरी है.
शिक्षा का खर्चा कितना होगा?
डिप्लोमा की फीस लगभग 50,000 से 1.5 लाख तक हो सकती है.
बीएससी कोर्स 1 लाख से 3 लाख तक के बीच होता है.
मास्टर डिग्री की फीस 1.5 लाख से 4 लाख तक हो सकती है.
यदि आप MBBS करके पैथोलॉजी में MD करना चाहें, तो फीस 5 लाख से 20 लाख या उससे ज़्यादा हो सकती है.
पैथोलॉजी लैब खोलने के लिए क्या चाहिए?
कोर्स पूरा करने के बाद कई लोग अपनी खुद की पैथोलॉजी लैब खोलना चाहते हैं. इसके लिए अच्छी योजना और पूंजी की आवश्यकता होती है. इसके लिए निम्नलिखित जरूरी कदम उठाने होते हैं.
क्लिनिकल एस्टैब्लिशमेंट पंजीकरण और दवाओं के लिए लाइसेंस लेना.
बायोमेडिकल कचरे के सही निपटान के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से मंजूरी.
माइक्रोस्कोप, सेंट्रीफ्यूज, और अन्य जरूरी उपकरण खरीदना.
योग्य तकनीशियन और स्टाफ़ की भर्ती करना.
पैथोलॉजी लैब खोलने की लागत
सफलता के लिए जरूरी बातें
विशेषज्ञों का मानना है कि उच्च गुणवत्ता बनाए रखना और NABL जैसी मान्यता हासिल करना बहुत ज़रूरी है. इससे लैब की विश्वसनीयता बढ़ती है और अधिक ग्राहक जुड़ते हैं. स्वास्थ्य क्षेत्र में नई तकनीकों के आने से पैथोलॉजी लैब्स के लिए अवसर बढ़ रहे हैं, जो प्रोफेशनल्स के लिए एक सुनहरा मौका है.