आसमान खा गई या धरती निगल गई… घटना तो हुई लेकिन बाघ का शव गायब कैसे?

आसमान खा गई या धरती निगल गई… घटना तो हुई लेकिन बाघ का शव गायब कैसे?


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सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें बाग का शव दिख रहा है.  अब पर्यावरण प्रेमी और वन विभाग में हड़कंप की स्थिति बन गई है.

बीते 1 साल में वन्य प्राणियों के मौत के मामले बालाघाट से सामने आए हैं. इनमें तेंदुए और बाघ जैसे संरक्षित जीव भी शामिल हैं. अब एक बार फिर से इस तरह का मामला सामने आया है.  दरअसल, सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें बाग का शव दिख रहा है.  अब पर्यावरण प्रेमी और वन विभाग में हड़कंप की स्थिति बन गई है. दरअसल, तस्वीर में दिख रही जगह लालबर्रा के सोने वाली अभ्यारण्य की बताई जा रही है. अब जब वन विभाग की टीम इस तथ्य की जांच करने निकली तो वहां जगह तो मिला जहां की फोटो है लेकिन शेर का शव गायब है. इधर पर्यावरण प्रेमियों का कहना है की बाग के शव को ठिकाने लगा दिया गया है.जानिए क्या है पूरा मामला…

सबसे पहले जानिए क्या हैं मामला 
दो अगस्त को सोनेवानी वन्यजीव सुरक्षा समिति के व्हाट्सअप ग्रुप में, सोनेवानी के कक्ष क्रमांक 443 में बहने वाले नाले में बाघ के मृत हालत में पड़े होने की, फोटो डाली गई. जिसके बाद से वन विभाग का अमला सकते में आ गया.  वन विभाग के लालबर्रा और वारासिवनी परिक्षेत्र की टीम, एसडीओ बी.आर. सिरसाम, वन्यजीव प्रेमी ज्ञानचंद शर्मा, सिकंदर मिश्रा ने, सोनेवानी अभ्यारण में दिन भर तलाशी अभियान चलाया. इसके बाद वह जगह तो मिली जहां की तस्वीर है लेकिन शव नहीं मिला.

अधिकारी बोले- शव नहीं मिला लेकिन जांच जारी
एसडीओ बी.आर. सिरसाम ने बताया कि वनविभाग के डॉग स्कॉट, फ्लाईंग स्कॉट और वनकर्मियों ने पूरे क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया लेकिन बाघ का शव नहीं मिला. अब लालबर्रा और वारासिवनी परिक्षेत्र की दो टीमें गठित की गई है, जो पूरे जंगल, क्षेत्र का निरीक्षण करेगी.

घटना तो हुई है लेकिन शव नहीं मिला 
वन्यजीव प्रेमी सिकंदर मिश्रा ने बताया कि ग्रुप में फोटो आने के बाद, मैंने अपने सोर्स से पता किया तो पता चला कि घटना तो हुई है लेकिन बाघ के नहीं मिलने से, कई आशंका पैदा हो रही है. ऐसा लगता है कि सोनेवानी अभ्यारण्य में बाघ के शव मिलने की खबर सामने आने के बाद, इससे जुड़े लोगों ने वनकर्मियों के साथ मिलकर, मृत बाघ को ठिकाने लगा दिया है, जिसकी जांच, पूरी गंभीरता से होनी चाहिए.

सोनवानी अभयारण्य इसलिए है खास
बालाघाट के लालबर्रा स्थित सोनवानी अभ्यारण्य को कान्हा नेशनल पार्क और पेंच नेशनल पार्क के कॉरिडोर के रूप में जाना जाता है. ऐसे में यहां पर वन्य प्राणी काफी संख्या में है. वहीं बाघों की संख्या भी बढ़ रही है.

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