खरगोन में लगभग 500 साल प्राचीन ऐतिहासिक सिद्धि विनायक गणेश मंदिर में शनिवार को रक्षाबंधन पर्व की शुरुआत हुई। इस अवसर पर भगवान गणेश को सबसे बड़ी राखी बांधी गई।
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सुबह 9.30 बजे कुंदा नदी तट पर स्थित मंदिर में पुजारी पंडित प्रणय भट्ट ने पूजन कराया। इसके बाद छात्रा पलक भालसे ने 4 बाय 6 फीट (24 वर्गफीट) की विशाल राखी भगवान को अर्पित की।
बृज बिहार कॉलोनी निवासी पलक ने इस राखी को शेषनाग के फन पर पृथ्वी के टिके होने के धार्मिक आधार के साथ डिजाइन किया है। राखी में शेषनाग पर पांच आधार स्तंभ बनाए गए हैं, जो लोकतंत्र की मजबूती का संदेश देते हैं।
पलक ने इस कलात्मक राखी को तैयार करने में 7 दिन का समय लगाया। उन्होंने भारत के विश्वगुरु बनने की कामना के साथ यह राखी भगवान को अर्पित की।
गणेश मंदिर में भगवान को राखी बांधने के बाद शहर में रक्षाबंधन पर्व की औपचारिक शुरुआत हुई। यहां गणेशजी को राखी बांधने की परंपरा है। महिलाएं और युवतियां भगवान को अपना भाई मानकर राखी बांधती हैं और अपने परिवार की रक्षा के लिए आशीर्वाद मांगती हैं।

