छोरों से भी आगे! ऑपरेशन सिंदूर में थीं दोनों इंनीजियर दोस्त, नौकरी छोड़ी, अब बाइक से भारत भ्रमण, वजह गजब

छोरों से भी आगे! ऑपरेशन सिंदूर में थीं दोनों इंनीजियर दोस्त, नौकरी छोड़ी, अब बाइक से भारत भ्रमण, वजह गजब


Khandwa News: नारी शक्ति और महिला सशक्तिकरण का संदेश लेकर देशभर में यात्रा कर रही दो इंजीनियर युवतियां इन दिनों चर्चा में है. टीना और नीलम नाम की ये दो सहेलियां बाइक पर सवार होकर कश्मीर से कन्याकुमारी की लंबी यात्रा पर निकली हैं. अब तक आधे देश की दूरी तय कर चुकी हैं. हाल ही में खंडवा के ओंकारेश्वर पहुंचीं, जहां इनका भव्य स्वागत हुआ.

नौकरी छोड़ चुना ये रास्ता
दोनों युवतियां पेशे से इंजीनियर हैं और पहले अच्छी-खासी नौकरी करती थीं. लेकिन समाज के लिए कुछ अलग करने की चाह ने इन्हें एक नई राह पर ला खड़ा किया. दोनों ने मिलकर निर्णय लिया कि अब वह देश की बेटियों को प्रेरणा देने और नारी सम्मान का संदेश फैलाने में जीवन पर लगाएंगी.

‘ऑपरेशन सिंदूर’ बना प्रेरणा स्रोत
टीना और नीलम पहले ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का हिस्सा बनी थीं, जिसमें 26 महिलाएं जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और करगिल के वॉर मेमोरियल्स तक गई थीं. उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की थी. उसी यात्रा ने उन्हें इस मिशन के लिए प्रेरित किया. अब उन्होंने पूरे देश में महिलाओं को सशक्त करने का बीड़ा उठा लिया है.

वैष्णो देवी से लेकर ओंकारेश्वर तक की यात्रा
अब तक की यात्रा में ये दोनों सहेलियां कई ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों पर पहुंच चुकी हैं. इनमें वैष्णो देवी, ताजमहल, ग्वालियर किला, महाकालेश्वर मंदिर और अब ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग शामिल हैं. ओंकारेश्वर में CISF जवानों और कई गणमान्य लोगों ने इनका स्वागत किया.

हर पड़ाव पर मिल रहा सम्मान
नीलम बताती हैं, “जिस भी शहर में पहुंचते हैं, लोग हमें सुनते हैं, सवाल पूछते हैं और बेटियों के लिए हमसे प्रेरणा लेते हैं. इससे हमें यह यकीन होता है कि देश बदल रहा है.” ओंकारेश्वर में दर्शन के दौरान उन्होंने देश की सभी महिलाओं की सुरक्षा और प्रगति के लिए विशेष प्रार्थना भी की.

एक ही उद्देश्य, बेटियों को हिम्मत देना
टीना कहती हैं, “हम चाहते हैं कि देश की हर बेटी को यह विश्वास हो कि वह जो चाहे कर सकती है. हमारे समाज में आज भी कई जगहों पर लड़कियों को रोका जाता है, दबाया जाता है. हम उन्हीं मानसिक रुकावटों को तोड़ने निकले हैं.”

कन्याकुमारी पर 15 अगस्त को समापन
अब यात्रा का अगला पड़ाव है बेंगलुरु, जिसके बाद दोनों 15 अगस्त को कन्याकुमारी में पहुंचेंगी. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कन्याकुमारी में अपनी यात्रा का समापन करके दोनों देश को यह संदेश देना चाहती हैं कि आज की नारी हर मोर्चे पर सक्षम है.

सोशल मीडिया पर भी बटोर रहीं तारीफ
इन दोनों सहेलियों की यह यात्रा सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रही है. कई लोग इनकी पोस्ट शेयर कर रहे हैं, लाइक कर रहे हैं और बेटियों के लिए प्रेरणास्रोत बता रहे हैं.



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