न्यूजीलैंड की टेस्ट इतिहास में तीसरी सबसे बड़ी जीत: जिम्बाब्वे को पारी और 359 रन से हराया; डेवोन कॉन्वे प्लेयर ऑफ द मैच बने

न्यूजीलैंड की टेस्ट इतिहास में तीसरी सबसे बड़ी जीत:  जिम्बाब्वे को पारी और 359 रन से हराया; डेवोन कॉन्वे प्लेयर ऑफ द मैच बने


बुलवायो5 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

कॉन्वे ने ढाई साल बाद टेस्ट क्रिकेट में शतक लगाया। शतक के बाद फोटो में उनका सेलिब्रेशन।

न्यूजीलैंड ने टेस्ट इतिहास की तीसरी सबसे बड़ी जीत अपने नाम कर ली। टीम ने दूसरे टेस्ट में जिम्बाब्वे को एक पारी और 359 रन से हरा दिया। इसी के साथ सीरीज 2-0 से कीवियों के नाम रही। शनिवार को बुलवायो में जिम्बाब्वे अपनी दूसरी पारी में मात्र 28.1 ओवर में 117 रन बनाकर ऑलआउट हो गई।

डेब्यू कर रहे जकरी फॉल्क्स ने मैच में 9 विकेट लिए और टीम को सबसे बड़ी टेस्ट जीत दिलाई। शुक्रवार को न्यूजीलैंड ने 476 रन की बढ़त के बाद ओवर नाइट पारी घोषित कर दी। टीम ने (रचिन रवींद्र 165*, डेवोन कॉन्वे 153 और हेनरी निकोल्स 150*) की बदौलत 3 विकेट खोकर 601 रन बनाए। जिम्बाब्वे ने लगातार अपना छठा टेस्ट गंवाया और इस सीरीज की सभी चार पारियों में 170 से कम रन बनाए।

न्यूजीलैंड का जिम्बाब्वे दौरा अजेय रहा। उन्होंने टी-20 ट्राई-सीरीज के सभी मैच, फाइनल और दोनों टेस्ट जीते।

न्यूजीलैंड की सबसे बड़ी जीत न्यूजीलैंड ने टेस्ट इतिहास में अपनी सबसे बड़ी जीत दर्ज की। इससे पहले 2012 में कीवियों ने नेपियर में जिम्बाब्वे को ही इनिंग और 301 रन से हराया था।

जिम्बाब्वे की पहली पारी 125 रन पर सिमटी जिम्बाब्वे ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। पूरी टीम 125 रन पर ऑलआउट हो गई। मैट हेनरी ने सबसे ज्यादा 5 विकेट लिए। फॉल्क्स के खाते में 4 विकेट आए। जवाब में डेवोन कॉन्वे (153 रन), हेनरी निकोल्स (150* रन) और रचिन रविंद्र (165* रन) की पारियों से 601 रन बनाए और पारी घोषित कर दी। जिम्बाब्वे का कोई भी गेंदबाज अपनी छाप नहीं छोड़ पाया। जिम्बाब्वे की दूसरी पारी 117 ओवर में ही समाप्त हो गई।

ब्रैंडन टेलर 42 महीने बैन के बाद टेस्ट खेलने उतरे। उन्होंने जिम्बाब्वे के लिए ओपनिंग बल्लेबाजी की।

ब्रैंडन टेलर 42 महीने बैन के बाद टेस्ट खेलने उतरे। उन्होंने जिम्बाब्वे के लिए ओपनिंग बल्लेबाजी की।

हेनरी ने टेस्ट में छठी बार 5 विकेट हॉल लिया हेनरी ने 15 ओवर गेंदबाजी की, जिसमें 40 रन देते हुए ये 5 विकेट चटकाए। यह उनके टेस्ट करियर का छठा 5 विकेट हॉल रहा। इसके साथ-साथ उन्होंने दूसरी बार इस टीम के विरुद्ध 5 या अधिक विकेट लेने में सफलता हासिल की। यह सीरीज में उनका दूसरा 5 विकेट हॉल था। पहले टेस्ट में उन्होंने कुल 9 विकेट (6/39 और 3/51) हासिल किए थे। दूसरी पारी में हेनरी ने 16 रन देकर 2 विकेट लिए। हेनरी सीरीज में 16 विकेट लेने की वजह से प्लेयर ऑफ द सीरीज भी बने।

मैट हेनरी प्लेयर ऑफ द सीरीज चुने गए।

मैट हेनरी प्लेयर ऑफ द सीरीज चुने गए।

रचिन का तीसरा शतक रचिन रवींद्र ने न्यूजीलैंड की पहली पारी में 139 गेंदों का सामना किया और 165 रन बनाए। उनके बल्ले से 21 चौके और 2 छक्के निकले। ये उनके टेस्ट करियर का तीसरा और जिम्बाब्वे के खिलाफ पहला शतक रहा। उन्होंने अब तक 17 टेस्ट मैच खेले हैं और इसकी 32 पारियों में 42.20 की औसत से 1,224 रन बनाए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 240 रन रहा है। उन्होंने यह पारी साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली थी।

रचिन रवींद्र ने 104 बॉल पर शतक लगाया। फोटो में उनका सेलिब्रेशन।

रचिन रवींद्र ने 104 बॉल पर शतक लगाया। फोटो में उनका सेलिब्रेशन।

हेनरी निकोल्स के बल्ले से निकला 10वां शतक निकोल्स ने 245 गेंदों का सामना किया और 150 रन बनाए। उनके बल्ले से 15 चौके निकले। ये उनके टेस्ट करियर का 10वां और जिम्बाब्वे के खिलाफ पहला शतक रहा। रविंद्र और निकोल्स के बीच 285 गेंदों में नाबाद 256 रन की साझेदारी हुई। अब तक इस खिलाड़ी ने 58 टेस्ट मैच खेले हैं और इसकी 90 पारियों में 39.02 की औसत से 3,161 रन बनाए हैँ। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 200* रन रहा है।

शतक के बाद हेनरी निकोल्स सेलिब्रेट करते हुए।

शतक के बाद हेनरी निकोल्स सेलिब्रेट करते हुए।

कॉन्वे के 2 हजार रन पूरे कॉन्वे ने इसी टेस्ट में अपने करियर के 2000 रन पूरे किए और करीब ढाई साल बाद पांचवां शतक लगाया। उन्होंने 153 रन बनाए। जिम्बाब्वे के लिए शुक्रवार का दिन बेहद कठिन रहा। उनके तीन गेंदबाज ब्लेसिंग मुजरबानी, ट्रेवर ग्वांडू और विन्सेंट मसकेसा सभी ने 100 से ज्यादा रन खर्च किए। यही तीनों इस मैच में अब तक विकेट लेने वाले गेंदबाज भी रहे, हालांकि ग्वांडू का विकेट पहले दिन आया था।

निकोल्स और रवींद्र के बीच 256 रन की नाबाद साझेदारी मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज हेनरी निकोल्स और रचिन रवींद्र ने चौथे विकेट के लिए 256 रन की नाबाद साझेदारी कर डाली। दोनों ने शतक लगा दिए और जिम्बाब्वे​ के बॉलर्स की बॉल पर मैदान के चारों तरफ शॉट लगाए।

निकोल्स 245 बॉल पर 150 रन बनाकर नाबाद लौटे। पारी में हेनरी ने 15 चौके लगाए। वहीं तीसरे सेशन में रचिन रवींद्र ने तेजी से बल्लेबाजी की और 139 बॉल पर 165* रन बना दिए। रवींद्र ने पारी में 21 चौके और 2 छक्के लगा दिए। पढ़ें पूरी खबर…

खबरें और भी हैं…



Source link