मॉर्डन क्रिकेट में, विकेटकीपर केवल विकेटकीपर ही नहीं होते बल्कि, वे ऑलराउंडर भी होते हैं. टी20 में विकेटकीपरों को विनाशकारी बल्लेबाज़ होना समय की डिमांड है और यह चयनकर्ताओं के साथ-साथ मुख्य कोच गौतम गंभीर के लिए भी चयन की दुविधा पैदा करता है. सात विकेटकीपर-बल्लेबाज़ विकल्पों में, संजू सैमसन पिछले 12 महीनों में भारत के लिए तीन शतक लगाने के बाद सबसे आगे नज़र आ रहे हैं. सैमसन का भारत बनाम इंग्लैंड टी20 सीरीज में प्रदर्शन खराब रहा था, लेकिन उससे पहले उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में चार पारियों में 194.59 की औसत से दो शतक जड़कर धमाल मचाया था.
पिछले 12 महीनों में, सैमसन जितना अच्छा प्रदर्शन कम ही विकेटकीपर-बल्लेबाज़ों ने किया है. सभी टूर्नामेंटों में, सैमसन ने 34.91 की औसत और 160.84 के स्ट्राइक रेट से 838 रन बनाए हैं. उन्होंने तीन शतक और दो अर्धशतक भी लगाए हैं. हालाँकि, सैमसन के इन शानदार प्रदर्शनों के बावजूद, एशिया कप 2025 के लिए भारतीय टीम और प्लेइंग इलेवन में उनकी जगह पक्की नहीं होगी. इसकी वजह शीर्ष 5 स्थानों की भीड़ और उनके प्रदर्शन में निरंतरता की कमी है. अपने इन शानदार प्रदर्शनों के बावजूद, सैमसन चार बार शून्य पर आउट हुए और तीन बार दहाई के अंक में भी नहीं पहुँचे.
शुभमन गिल के टी20I में वापसी के साथ, उनके लिए ओपनिंग की जगह पक्की हो जाएगी. सेलेक्टर्स की पहली पसंद अभिषेक शर्मा रहते है और गिल सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर आते हैं, तो सैमसन को जगह के लिए मोलभाव करना होगा. कप्तान सूर्यकुमार यादव और आईपीएल 2025 ऑरेंज कैप विजेता साईं सुदर्शन के अलावा श्रेयस अय्यर और तिलक वर्मा भी टीम में हैं, ऐसे में सैमसन का हालिया फॉर्म उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह दिलाने की गारंटी नहीं दे सकता है. सैमसन ने शीर्ष क्रम में 174.52 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं, जिसमें तीन शतक शामिल हैं. मध्य क्रम में उनका स्ट्राइक रेट सिर्फ 123.88 है और 18 पारियों में उन्होंने सिर्फ एक अर्धशतक लगाया है.
ऋषभ पंत ने टी20 प्रारूप में कुछ खास कमाल नहीं दिखाया है, लेकिन वे पसंदीदा बने रहेंगे. उनके संघर्षों के बावजूद, भारत ने 2024 के टी20 विश्व कप में उनका समर्थन किया है. और अगर वे फिट रहे तो यह जारी रह सकता है. फिलहाल, पंत इंग्लैंड दौरे के दौरान पैर में फ्रैक्चर होने के बाद एशिया कप के लिए फिट होने के लिए समय के खिलाफ दौड़ रहे हैं.हालाँकि, उनकी चोट ही एकमात्र चिंता का विषय नहीं है. आईपीएल 2025 में अपने आखिरी मैच में शतक लगाने के बावजूद, पंत आईपीएल में काफी संघर्ष करते रहे. शतक को छोड़कर, पंत ने 12 पारियों में 13.72 की औसत और 107.9 के स्ट्राइक रेट से सिर्फ़ 151 रन बनाए. आईपीएल 2025 के दौरान उनके सात बार सिंगल डिजिट स्कोर रहा. अगर पंत एशिया कप के लिए फिट हो जाते हैं, तो उनकी बल्लेबाजी स्थिति उनके पक्ष में काम कर सकती है.
आईपीएल 2025 में केएल राहुल का एक नया अवतार देखने को मिला, जिन्होंने भारत के लिए आखिरी बार 2022 में टी20 मैच खेला था. लेकिन इस बार IPL में नए अवतार ने चयनकर्ताओं को उत्साहित कर दिया है. राहुल ने 13 मैचों में 149.72 के स्ट्राइक रेट से 539 रन बनाए और तीन अर्धशतक और एक शतक लगाया. राहुल टेस्ट क्रिकेट में भी अपनी शानदार फॉर्म जारी रख रहे हैं, इसलिए चयनकर्ता उन्हें एशिया कप 2025 के लिए टी20I टीम में वापस बुलाना चाहेंगे. हालांकि, केएल राहुल को भी संजू सैमसन जैसी ही समस्या का सामना करना पड़ेगा क्योंकि वह शीर्ष क्रम के बल्लेबाज हैं. इससे उनकी संभावनाएँ सीमित हो जाती हैं
टॉप ऑर्डर में कई हैवीवेट होने के कारण जिस नंबर पर जितेश शर्मा खेलते हैं वो विकेटकीपर-बल्लेबाज़ के रूप में आदर्श विकल्प साबित हो सकते हैं. जितेश ने ज़्यादातर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए छठे नंबर पर बल्लेबाज़ी की और फ़िनिशर की भूमिका निभाई और उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया. आईपीएल 2025 में, जितेश ने 176.35 के स्ट्राइक रेट से 261 रन बनाए, जिसमें लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ़ 85 रनों की मैच जिताऊ पारी भी शामिल है. टी20 विश्व कप 2022 के लिए, भारत ने दिनेश कार्तिक को चुना और जितेश एशिया कप 2025 के साथ-साथ टी20 विश्व कप 2026 में भी यही भूमिका निभा सकते हैं. उनकी पावर-हिटिंग और बेहतरीन स्ट्राइक रेट के कारण भारत एक शीर्ष-स्तरीय बल्लेबाज़ी लाइन-अप के साथ उतर सकता है.
प्रभसिमरन सिंह (पंजाब किंग्स) और ईशान किशन भी विकल्प बने रहेंगे. हालाँकि, यह देखते हुए कि दोनों शीर्ष क्रम के बल्लेबाज हैं, एशिया कप 2025 के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने की उनकी संभावना कम है. जहाँ ईशान किशन ने आईपीएल 2025 में शतक बनाया और फिर निरंतरता के लिए संघर्ष किया, वहीं प्रभसिमरन नेअच्छा प्रदर्शन किया और 160.52 के स्ट्राइक रेट से 549 रन बनाए.