शिवपुरी में रक्षाबंधन पर शनिवार को सर्किल जेल शिवपुरी में एक अनोखा और भावुक नजाना देखने को मिला। जेल के अंदर 305 बंदियों की कलाई पर 1525 बहनों ने राखी बांधी। इस दौरान भाई-बहन के रिश्ते की डोर और मजबूत हुई।
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मुलाकात के इन पलों में कई आंखें नम हो गईं। कहीं मुस्कान तो कहीं खुशी के आंसू छलक उठे। इस अवसर पर मुस्लिम बहनें भी अपने भाइयों को राखी बांधने पहुंचीं। जेल परिसर में गंगा-जमुनी तहजीब की यह मिसाल त्योहार की खूबसूरती को और बढ़ा दी।
जेल अधीक्षक रमेश चंद्र आर्य ने बताया कि मुलाकात सुबह 9:30 से दोपहर 2:30 बजे तक कराई गई। केवल महिला परिजनों और 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को ही जेल में प्रवेश की अनुमति थी। परिजनों के लिए पहचान पत्र लाना अनिवार्य था। मुलाकात का समय अधिकतम 10 मिनट रखा गया था।
मुलाकात के दौरान केवल 250 ग्राम तक मिठाई ले जाने की इजाजत दी गई। पर्स, मोबाइल, नकदी या कोई अन्य प्रतिबंधित सामान अंदर ले जाना मना था। पूरे कार्यक्रम में बहनें पूजा की थाल और राखी लेकर पहुंचीं। भाइयों ने भी भावनाओं से लबरेज होकर उन्हें आशीर्वाद और शुभकामनाएं दीं। दिनभर जेल परिसर में अपनापन, स्नेह और रिश्तों की मिठास घुली रही।

