कट्ठीवाड़ा BEO ऑफिस से 20 करोड़ के गबन का मामला।
अलीराजपुर के कट्ठीवाड़ा में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को 20.47 करोड़ रुपए के गबन मामले में बड़ी कार्रवाई की।
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इंदौर ED के सब जोनल ऑफिस ने मुख्य आरोपी कमल राठौर को इंदौर से गिरफ्तार किया। ED की इंदौर विंग ने इस कार्रवाई की जानकारी अपने सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर दी।
ED की इंदौर विंग ने इसकी जानकारी अपने सोशल मीडिया एक्स अकाउंट से दी।
पुलिस के पास दर्ज FIR के अनुसार, अप्रैल 2018 से जुलाई 2023 के बीच BEO ऑफिस से 20.36 करोड़ रुपए के संदिग्ध और फर्जी भुगतान किए गए।
ED की जांच में पता चला कि कुल 20.47 करोड़ रुपए की हेराफेरी हुई। इसमें वेतन, GIS, पेंशन और छात्रवृत्ति जैसे कई मदों में फर्जी बिल लगाए गए थे।
पैसों को निकालने के लिए IFMS से छेड़छाड़ की गई। इसके बाद यह रकम अलग-अलग निजी बैंक खातों में ट्रांसफर की गई।
ED की जांच में खुलासा हुआ कि कमल राठौर ने अकेले करीब 14.5 करोड़ रुपए हड़प लिए। यह पैसा 57 बैंक खातों के जरिए घुमाया गया।
134 से ज्यादा खातों में ट्रांसफर हुई रकम
2018-19 से 2023-24 के बीच खंड शिक्षा कार्यालय कट्टीवाड़ा में 20 करोड़ 47 लाख 12 हजार 727 रुपये का गबन हुआ। फर्जी बिल और भुगतान के जरिए 134-135 खातों में रकम ट्रांसफर की गई।
इनमें 35 खाते राठौड़ सरनेम वाले रिश्तेदारों के थे। ये खाते राठौर के, उनके परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों के नाम पर थे। इस केस में पहले PMLA की धारा 17 के तहत सर्च और सीजर की कार्रवाई की गई थी।

गबन मामले के मुख्य आरोपी कमल राठौर।
6 लोगों पर FIR, कई आरोपी अग्रिम जमानत पर
इस मामले में तत्कालीन 3 खंड शिक्षा अधिकारी, 2 लेखापाल और 1 प्रधानाध्यापक सहित कुल 6 लोगों पर FIR दर्ज हुई है। गबन की राशि पेंशन, वेतन, एरियर और छात्रवृत्ति के नाम पर फर्जी बिल बनाकर निकाली गई थी।
अगस्त 2023 में कोष एवं लेखा विभाग की जांच के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया था। एफआईआर में आईपीसी की धारा 420, 400, 467, 465, 471, आईटी एक्ट की धारा 74 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(क) (ख) लगाई गई थी।
मुख्य आरोपी कमल राठौर को पहले राजस्थान से गिरफ्तार किया गया था। कुछ आरोपी अग्रिम जमानत पर हैं। ED अभी भी लगातार मामले की जांच कर रहा है।