एक युवक का शव मिल गया है। वहीं दूसरा लापता है।
इंदौर से महेश्वर के सहस्त्रधारा जलप्रपात घूमने गए 11 दोस्तों में से दो दोस्त डूब गए। नहाने के दौरान वे गहरे पानी में चले गए। एक का शव मिल गया। दूसरा अभी भी लापता है।
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घटना रविवार शाम करीब 5 बजे की है। मृतक की पहचान कुणाल (19) पिता विनोद कैथवास, निवासी एमआर 10 के रूप में हुई। वहीं साहिल पिता हैदर खान, निवासी हीरानगर लापता है। उसकी तलाश में शाम तक सर्च ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन अंधेरा होने पर सर्च ऑपरेशन रोक दिया गया। सोमवार सुबह फिर से तलाश की जाएगी।
एक-दूसरे को बचाने में डूब गए दोनों शुभम चौहान(18) ने बताया कि हम लोग चटाई बिछाकर खाना बना रहे थे, तभी कुणाल और साहिल नहाने के लिए कहने लगे। हम सभी ने उन्हें मना किया। पहले वे मान गए थे, लेकिन बाद में दोनों नहाने चले गए। उनके पीछे मैं भी चला गया। वो दोनों नहाते-नहाते गहराई में चले गए। एक-दूसरे को पकड़ने और बचाने की कोशिश में डूब गए।
मैंने भी उन्हें बचाने की कोशिश की। मैं भी डूबने लगा था, लेकिन तभी पास खड़े आशीष ने एक नाव में रखी रस्सी मेरी तरफ फेंकी और मुझे बचाने के लिए कूद गया। मैं तो किसी तरह बाहर आ गया, लेकिन कुणाल और साहिल डूब गए।
दोनों को तैरना नहीं आता था। वहीं से मैंने शोर मचाया और डायल 100 पर कॉल किया। कुछ देर में ग्रामीण इकट्ठा हो गए। एक ग्रामीण ने कुणाल को पानी से बाहर निकाला। उसका पेट दबाया। सीपीआर दी, लेकिन उसकी सांसें नहीं लौटीं।
देखिए तस्वीरें
ग्रामीणों ने कुणाल को ढूंढ़ कर बाहर निकाला, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी।

छात्रों के डूबने की खबर फैलते ही ग्रामीण इकट्ठा हो गए।

लापता छात्र की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। शाम तक उसका पता नहीं चल सका।
साहिल का नहीं चल सका पता सूचना पर पहुंची पुलिस ने साहिल की तलाशी में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। रात तक उसकी सुराग नहीं लग सका। पुलिस ने छात्रों के समूह से पूछताछ की। पुलिस ने परिजनों को घटना की सूचना दे दी है। वे इंदौर से महेश्वर के लिए रवाना हो गए थे।
11 दोस्त पिकनिक मनाने पहुंचे थे
- कुणाल कैथवास (मृतक)
- साहिल खान (लापता)
- शुभम चौहान (डूबने से बचा )
- दीपेश पाल
- सत्यम परते
- तरुण खोलावत
- आर्यन रावत
- पंकज यादव
- कृष्णा पाटिल
- आशीष कैथवास
- 11 प्रशांत गौर
परिवार का इकलौता बेटा था साहिल साहिल के चाचा हैदर खान ने बताया कि सभी स्कूल-कॉलेज के दोस्त हैं। साहिल 12वीं पास करने के बाद एक फैब्रिकेशन की दुकान पर काम करता था। पिता हैदर खान मजदूरी करते हैं। वह परिवार का इकलौता बेटा था। मां नसरीन खान का रो–रोकर बुरा हाल है।
फैब्रिकेशन दुकान के मालिक सुनील यादव ने बताया कि साहिल मेरे पास छह साल से काम कर रहा था। वह खुशमिजाज और सरल स्वभाव का था। उसके पिता का कोई काम मुंबई में चल रहा है। उसे लेकर वह पिता का हाथ बंटाने के लिए मुंबई जाने वाला था।
पिता महेश्वर पहुंचे तो पता चला बेटा नहीं रहा कुणाल के पिता सुंदरलाल कैथवास (44) ड्राइवर है। उन्होंने बताया कि मैं शनिवार को गाड़ी लेकर उज्जैन गया था। रविवार शाम 5 बजे घर लौटा। मैंने बेटे को फोन लगाया तो किसी दूसरे ने कॉल उठाया और कहा कि वे थाने पर है। कुणाल अस्पताल में है। यहां आने पर पता चला कि उसकी डूबने से मौत हो गई। कुणाल की मां रचना (35) निजी फैक्ट्री में मजदूरी करती है। उसे इसकी जानकारी नहीं दी।