गौतम गंभीर ने बचाया इस विस्फोटक बल्लेबाज का डूबता करियर, वरना करोड़ों की भीड़ में खो जाता

गौतम गंभीर ने बचाया इस विस्फोटक बल्लेबाज का डूबता करियर, वरना करोड़ों की भीड़ में खो जाता


टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर के फैसलों और बर्ताव की अक्सर आलोचना होती है, लेकिन उन्होंने एक विस्फोटक बल्लेबाज का करियर खत्म होने से बचा लिया. अगर गौतम गंभीर ऐसा नहीं करते तो यह खिलाड़ी करोड़ों की भीड़ में खो जाता. बता दें कि भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन के साथ अक्सर नाइंसाफी होती थी और वह टीम इंडिया से अंदर-बाहर होते थे, लेकिन गौतम गंभीर ने हेड कोच बनने के बाद उनकी जिंदगी ही बदल दी.

गंभीर ने बचाया इस विस्फोटक बल्लेबाज का डूबता करियर

गौतम गंभीर ने हेड कोच बनने के बाद विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन को भारत की टी20 टीम में लगातार मौके देने शुरू कर दिए. गौतम गंभीर के फैसले का असर भी देखने को मिला. संजू सैमसन ने 42 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 861 रन बना लिए हैं, जिसमें 3 शतक और 2 अर्धशतक शामिल हैं. संजू सैमसन ने इसके अलावा 16 वनडे मैचों में 56.67 की बेहतरीन औसत से 510 रन बनाए हैं, जिसमें 1 शतक और 3 अर्धशतक शामिल है.

हो गया बड़ा खुलासा

विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन ने टी20 क्रिकेट में सफलता का श्रेय भारतीय हेड कोच गौतम गंभीर को दिया. संजू सैमसन ने खुलासा किया कि गौतम गंभीर ने उनसे कहा था कि टीम से उन्हें तभी बाहर किया जाएगा, जब वह 21 बार ‘जीरो’ पर आउट हो जाएं. भारत के टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद जब गौतम गंभीर ने भारत के हेड कोच का पद संभाला, उस समय सूर्यकुमार यादव को कप्तान बनाया गया और सैमसन को ओपनिंग का मौका मिला. सैमसन ने बाएं हाथ के बल्लेबाज अभिषेक शर्मा के साथ मिलकर एक मजबूत सलामी जोड़ी बनाई.

अचानक टी20 वर्ल्ड कप के बाद हुआ ऐसा

संजू सैमसन ने पूर्व ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘यह बदलाव अचानक टी20 वर्ल्ड कप के बाद हुआ. गौतम आए, और सूर्या कप्तान बने. मैं आंध्र में दलीप ट्रॉफी का मैच खेल रहा था. सूर्या दूसरी टीम के लिए खेल रहे थे. उन्होंने मुझसे कहा कि आपके लिए एक अच्छा मौका आने वाला है. हमारे पास सात मैच हैं. मैं आपको सभी सात मैच ओपनर बतौर ओपनर खिलाऊंगा. कप्तान के मुंह से ऐसा सुनकर मुझे लगा कि यह तो कमाल है.’

‘काफी समय बाद मुझे मौका मिला’

सैमसन ने कहा, ‘मैंने श्रीलंका में दो मैच खेले थे, लेकिन रन नहीं बना पाया. ड्रेसिंग रूम में थोड़ा निराश था. गौतम मेरे पास आए और पूछा कि क्या हुआ है? मैंने कहा, ‘काफी समय बाद मुझे मौका मिला, लेकिन इसका फायदा नहीं उठा पाया.’ उन्होंने कहा, ‘तो क्या हुआ? अगर आप 21 बार जीरो पर आउट हो गए, तभी मैं आपको टीम से बाहर करूंगा.’ कप्तान और कोच की इन बातों ने निश्चित रूप से मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया. इससे मुझे मैदान पर उतरकर अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिली.’

एशिया कप के लिए चयन की दौड़ में शामिल

संजू सैमसन अब तक भारत के लिए 42 टी20 मैचों में 25.32 की औसत के साथ 861 रन बना चुके हैं. संजू सैमसन ने इस फॉर्मेट में तीन शतक और दो अर्धशतक लगाए हैं. संजू 9 से 28 सितंबर तक यूएई में होने वाले एशिया कप के लिए चयन की दौड़ में शामिल हैं. सैमसन ने स्वीकारा कि वह टी20 फॉर्मेट में डेब्यू के बाद से बार-बार टीम से अंदर-बाहर होने के चलते निराश थे, लेकिन गंभीर और सूर्यकुमार के आने के बाद उनके लिए चीजें बेहतर हुईं.



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