नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट बोर्ड ये तय कर चुका है कि
रोहित शर्मा और विराट कोहली को 2027 में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप में नहीं खिलाना है! कम से कम बीसीसीआई की मौजूदा हरकतें कुछ इसी ओर इशारा कर रही है. पिछले डेढ़ दशक से टीम इंडिया की जिम्मेदारी का बोझ उठा रहे रोहित शर्मा और विराट कोहली की विदाई तय मानी जा रही है.
ऑस्ट्रेलिया दौरा हो सकता है आखिरी सीरीज
रोहित और विराट दोनों ने दुबई में हुई वनडे प्रारूप की चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब दिलाने में अहम रोल निभाया था. उसके बाद से भारत ने वनडे फॉर्मेट की कोई सीरीज नहीं खेली है. दैनिक जागरण में छपी रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई के सूत्र ने बताया कि अगर दोनों मैदान से अपने इंटरनेशनल करियर का अंत करना चाहते हैं तो ये सुनहरा मौका होगा. ‘रो-को’ के नाम से मशहूर इस जोड़ी ने टेस्ट और टी-20 प्रारूप में भी आखिरी मैच साथ ही खेला था.
भारत-ऑस्ट्रेलिया का वनडे कार्यक्रम
- पहला वनडे, पर्थ, 19 अक्टूबर
- दूसरा वनडे, एडिलेड, 23 अक्टूबर
- तीसरा वनडे, सिडनी, 25 अक्टूबर
बीसीसीआई ने रखी दबाव बनाने वाली शर्त
सूत्रों के मुताबिक अगर रोहित-विराट को ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद भी खेलना है तो दिसंबर से वनडे फॉर्मेट में होने वाली घरेलू सीरीज विजय हजारे ट्रॉफी में अपनी होम स्टेट के लिए उतरना होगा. बीसीसीआई की सख्ती और नए नियमों के चलते दोनों को पिछले सीजन रणजी ट्रॉफी के मैच भी खेलने पड़े थे. संभव है कि इस कड़े शर्त के चलते रोहित और विराट पहले ही ऐलान कर दें कि ऑस्ट्रेलिया उनकी आखिरी वनडे सीरीज होगी.
विराट ने चार तो रोहित ने खेले तीन वर्ल्ड कप
इस बात पर कोई दो राय नहीं कि विराट कोहली और रोहित शर्मा ने मिलकर भारतीय क्रिकेट को बहुत कुछ दिया है, लेकिन अब हेड कोच गौतम गंभीर और चीफ सिलेक्टर अजीत अगरकर की जोड़ी टीम से स्टार कल्चर खत्म करना चाहती है. टीम प्रबंधन के हिसाब से दोनों ही अनुभवी खिलाड़ी 2027 वनडे विश्व कप की प्लानिंग में फिट नहीं बैठते हैं. विराट 2011 से लेकर अबतक खेले गए चारों वर्ल्ड कप में खेले हैं जबकि रोहित शर्मा 2015, 2019 और 2023 के विश्व कप स्क्वॉड का हिस्सा थे.
टेस्ट और टी-20 फॉर्मेट से ले चुके हैं संन्यास
2024 में टी-20 विश्व कप जीतने के फौरन बाद दोनों ने बारी-बारी से रिटारमेंट का ऐलान किया था. इसके बाद दोनों इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज खेलना चाहते थे, लेकिन बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में उनके प्रदर्शन के बाद उन्हें बता दिया गया था कि टेस्ट टीम में उनका चयन मुश्किल है. इसके बाद दोनों ने इस साल टेस्ट प्रारूप से भी संन्यास ले लिया था. मगर अभी तक वनडे से संन्यास नहीं लिया है.