सतना जिले के मैहर क्षेत्र से मुकुंदपुर सहित छह पंचायतों को अलग कर रीवा जिले में शामिल करने की तैयारी पर सियासी घमासान मच गया है। इस प्रस्ताव को लेकर सत्ता और विपक्ष, दोनों ही एक सुर में विरोध कर रहे हैं।
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इस पूरे घटनाक्रम की शुरुआत तब हुई जब मुख्यमंत्री कार्यालय के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी के माध्यम से मध्यप्रदेश प्रशासनिक इकाई पुनर्गठन आयोग को एक आवेदन भेजा गया। इस आवेदन में मुकुंदपुर, आनंदगढ़, आमिन, धोबहट, परसिया और पपरा ग्राम पंचायतों को मैहर जिले से अलग कर रीवा जिले में शामिल करने का प्रस्ताव दिया गया। इसके बाद आयोग ने इन पंचायत क्षेत्रों का निरीक्षण कर संबंधित जानकारी जुटाई और अब मैहर कलेक्टर से इस संबंध में अभिमत मांगा गया है।
ग्राम सभा पहले ही स्पष्ट कर चुकी
हालांकि मुकुंदपुर की ग्राम सभा पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि वह किसी भी परिसीमन की स्थिति में रीवा जिले में शामिल नहीं होना चाहती। ग्राम सभा ने आयोग को प्रस्ताव भेजकर आग्रह किया है कि मुकुंदपुर पंचायत क्षेत्र को पूर्ववत ही रखा जाए।
सतना सांसद ने सीएम को पत्र लिख विरोध जताया
इस प्रस्ताव के विरोध में सतना सांसद गणेश सिंह ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर तीखा विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने इसे सतना लोकसभा क्षेत्र के साथ एक साजिश बताया है और चेताया है कि यह प्रस्ताव जनभावनाओं के खिलाफ है।
कांग्रेस विधायक बोले- यह कुत्सित प्रयास
वहीं कांग्रेस विधायक और विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र कुमार सिंह ने इसे “कुत्सित प्रयास” करार दिया है। उनका कहना है कि अमरपाटन विधानसभा के अंतर्गत आने वाली ये पंचायतें क्षेत्र की पहचान हैं और इन्हें किसी कीमत पर रीवा जिले में नहीं जाने दिया जाएगा।
मैहर विधायक ने आयोग अध्यक्ष से मिलने की बात कही
मैहर के भाजपा विधायक श्रीकांत चतुर्वेदी ने भी इस प्रस्ताव का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री और पुनर्गठन आयोग के अध्यक्ष से जल्द ही मुलाकात करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि मुकुंदपुर का व्हाइट टाइगर सफारी मैहर की शान है और उसे किसी भी स्थिति में अलग नहीं किया जा सकता।
पूर्व मंत्री रामखेलावन पटेल ने भी बयान जारी करते हुए स्पष्ट किया कि ये सभी पंचायतें अमरपाटन की धरोहर हैं और वे इस धरोहर को रीवा में विलय नहीं होने देंगे।
पूर्व विधायक बोले- क्षेत्र को छीनने की साजिश कर रहे डिप्टी सीएम
विवाद में एक कदम आगे जाते हुए मैहर के पूर्व विधायक नारायण त्रिपाठी ने उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला पर सीधे तौर पर आरोप लगाया है कि वे क्षेत्र को छीनने की साजिश कर रहे हैं। त्रिपाठी ने इस मामले को न्यायालय में ले जाने और जनांदोलन की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि वे हर स्तर पर लड़ाई लड़ेंगे और किसी भी राजनीतिक षड्यंत्र को सफल नहीं होने देंगे।
अक्टूबर 2023 से पहले थी सतना का हिस्सा
जानकारी के मुताबिक इस विवाद की जड़ में मुकुंदपुर स्थित व्हाइट टाइगर सफारी है, जिसे विश्वस्तरीय पहचान प्राप्त है। अक्टूबर 2023 से पहले यह सफारी सतना जिले का हिस्सा थी, लेकिन मैहर को नया जिला घोषित किए जाने के बाद यह मैहर जिले में आ गई।
अब रीवा में शामिल करने की चर्चाओं के बीच आरोप लग रहे हैं कि सफारी को रीवा की झोली में डालने के प्रयास किए जा रहे हैं। स्थिति यह है कि अभी भी यह सफारी रीवा जिले के आधिकारिक पोर्टल पर दर्ज है, जिससे लोगों की शंकाएं और गहरी हो गई हैं।