गुना जिले के बजरंगगढ़ थाना क्षेत्र के छीपोन गांव निवासी संतोष धाकड़ (29) की रविवार रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। वह गांव में भैंस को दवाई लगा रहा था, जिसके कुछ समय बाद वह बाथरूम में नहाने गया और अचानक बेहोश होकर गिर पड़ा। परिजन उसे तुरंत नि
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महिला एवं बाल विकास विभाग में ड्राइवर था
जानकारी के अनुसार, संतोष मूल रूप से छीपोन गांव का रहने वाला था लेकिन गुना शहर में किराए से रहता था। वह महिला एवं बाल विकास विभाग के एक अधिकारी की गाड़ी चलाता था। वह रक्षाबंधन मनाने के लिए दो दिन पहले ही अपने गांव आया था।
नहाने गया, अचानक बेहोश होकर गिर पड़ा
परिजनों ने बताया कि रविवार दोपहर करीब 1 बजे संतोष मवेशी को जुएं मारने वाली दवाई लगा रहा था। इसके कुछ देर बाद वह नहाने के लिए बाथरूम गया। तभी अचानक उसके सिर में चक्कर आया और वह बेहोश होकर गिर पड़ा। यह देखकर उसका भतीजा दौड़ा और परिजनों को बुलाया।
निजी अस्पताल में बिगड़ी हालत
परिजन संतोष को बजरंगगढ़ रोड स्थित एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे। वहां उसकी हालत लगातार बिगड़ती रही। परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों से कई बार बड़े अस्पताल रेफर करने की गुजारिश की गई, लेकिन डॉक्टरों ने उसे रेफर नहीं किया। अंततः रात करीब 10 बजे उसकी मौत हो गई।
पीएम के बाद परिजनों ने उठाई जांच की मांग
मौत के बाद संतोष का शव जिला अस्पताल लाया गया, जहां सोमवार सुबह पोस्टमॉर्टम किया गया। संतोष की पिछले साल ही शादी हुई थी। परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते उसकी जान गई। उन्होंने मांग की है कि पूरे मामले की स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच कराई जाए और डॉक्टरों की भूमिका की भी जांच की जाए।
पुलिस कर रही जांच
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर मौत के कारणों की जांच शुरू कर दी है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी कि युवक की मौत किस कारण से हुई ।