मुरैना जिले के जिगनी गांव में रविवार को एक 200 फीट गहरे कुएं में एक गोवंश गिर गया। हादसे की जानकारी मिलते ही गौ सेवकों की टीम ने मौके पर पहुंचकर करीब 6 घंटे की मशक्कत के बाद उसे सुरक्षित बाहर निकाला। इस दौरान लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए
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लोग बोले- सूचना के बावजूद नहीं पहुंचे अधिकारी
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि, कुएं में गाय को गिरते देख ग्रामीणों ने तुरंत प्रशासन को सूचना दी, लेकिन काफी देर तक कोई भी जिम्मेदार अधिकारी या कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। इसके बाद गौ सेवक रुद्र राठौर को सूचित किया गया, जिन्होंने अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू शुरू किया।
जिगनी गांव के 200 फीट गहरे कुएं में एक गोवंश गिर गया।
6 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन
गौ सेवकों की टीम ने रस्सियों और उपकरणों की मदद से कुएं में फंसे बेजुबान गोवंश को 6 घंटे बाद सुरक्षित बाहर निकाला। रेस्क्यू के बाद जानवर को देवरी स्थित गोशाला में रखा गया है। रुद्र राठौर ने बताया कि कुआं करीब 200 फीट गहरा था और रेस्क्यू में अत्यधिक सावधानी बरतनी पड़ी।

गौ सेवकों की टीम ने रस्सियों और उपकरणों की मदद से रेस्क्यू किया।
आदेशों के बावजूद खुले हैं कुएं
लोगों ने बताया कि मुरैना कलेक्टर ने खुले कुएं और नालों को ढकने के आदेश पहले ही जारी कर दिए हैं, लेकिन अधीनस्थ अफसरों और कर्मचारियों की लापरवाही के कारण जिले भर में ऐसे खुले पड़े कुएं अब भी हादसों को न्योता दे रहे हैं।

6 घंटे की मशक्कत के बाद गोवंश को बाहर निकाला।
गो सेवक रुद्र राठौर ने बताया-

हमने कई बार प्रशासन को खुले कुओं और नालों को बंद करने की मांग की है। इसके बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। हर दिन कहीं न कहीं से जानवरों के गिरने की सूचना मिल रही है। अगर समय रहते प्रशासन ध्यान दे तो कई बेजुबान जानवरों की जान बचाई जा सकती है।