बड़वानी में सोमवार को श्रीराम कुल्लेश्वर महादेव का शाही डोला राजसी ठाठ से निकाला गया। शाम 4 बजे बावनगजा मार्ग स्थित मंदिर प्रांगण से शुरू हुआ डोला उत्सव देर रात तक चला।
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विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से समां बांधा। करौली के देसी ढोल, राजस्थान के नृत्य, दिल्ली से उड़ते हनुमान की प्रस्तुति और आनंदी लाल भावेल की कला ने लोगों का ध्यान खींचा। श्री बजरंग व्यायामशाला के पहलवानों ने ताशों की गूंज के साथ करतब दिखाए।
डोला यात्रा योग माया मंदिर, झंडा चौक, रणजीत चौक, एमजी रोड, मोटीमाता चौक, मां कालिका माता मंदिर और चंचल चौराहा होते हुए आगे बढ़ी। मार्ग में कई स्थानों पर कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुतियां दीं।
श्रद्धालुओं ने माथे पर तिलक और गले में भगवा गमछा पहन कर शिव भक्ति में डूबकर उत्सव में भाग लिया। डीजे की धुन पर शिव भजन गूंजते रहे। युवाओं में विशेष उत्साह देखा गया। मार्गों और गलियों में खड़े श्रद्धालुओं ने भी बाबा के दर्शन किए।

शिव डोले के स्वागत के लिए भी सेवादारों में खासा उत्साह नजर आया। जगह-जगह स्टॉल लगाकर सेवा की गई। वहीं जगह-जगह धार्मिक-सामाजिक व राजनीतिक दलों द्वारा भी स्वागत बोर्ड लगाकर श्रद्धालुओं पर फूल बरसाए। वहीं प्रस्तुतियां देने वाले कलाकारों को भी रास्ते में सेब-मौसमी ज्यूस के पैकेट वितरित किए गए।

शाही पालकी जिस मार्ग से गुजरी, वहां दोंनों ओर बाबा के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ जमा हो गई। महिला-पुरुषों ने बाबा की पालकी उठाने के साथ ही पूजन-अर्चन का लाभ लिया। इसी तरह डोले में एक ट्रॉली के माध्यम से रास्तेभर भक्तों को आलू की मिठाई वितरित की गई।

डोले के दौरान जहां आयोजन समिति के पदाधिकारी व्यवस्थाएं संभालते नजर आए। वहीं पूरे डोले में पुलिस-प्रशासन भी सक्रिय रहा। पुलिस पदाधिकारी व पुलिस जवान रास्तेभर डोले में शामिल रहे और व्यवस्थाएं संभालते रहे। डोले के पहुंचने पर संबंधित मार्गों पर यातायात पूरी तरह रोक दिया गया था।
कार्यक्रम में पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेमसिंह पटेल, विधायक राजन मंडलोई, सांसद गजेंद्र सिंह पटेल और भाजपा जिलाध्यक्ष अजय यादव सहित कई जनप्रतिनिधि शामिल हुए। हजारों श्रद्धालुओं ने शाही पालकी का स्वागत किया।
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