देवास में गुजराती रविदास समाज ने मूर्ति तोड़फोड़ मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। समाज के प्रतिनिधियों ने मंगलवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयवीर सिंह भदोरिया को ज्ञापन सौंपा।
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समाज का कहना है कि पुलिस ने तीन निर्दोष युवकों को बिना किसी ठोस सबूत के गिरफ्तार किया है। आरोपी रवि अजमेरी, रितेश अजमेरी और रितेश सिनम, तीनों रेवाबग देवास के रहने वाले हैं।
ज्ञापन में कहा गया है कि युवकों की गिरफ्तारी में कानूनी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। समाज के प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने न्यायालय के आदेश के बिना युवकों के साथ अमानवीय व्यवहार किया।
समाज ने कई मांगें रखी हैं। इनमें गिरफ्तारी के आधार और प्रमाणों का खुलासा, दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई, सिविल लाइन थाने में दर्ज एफआईआर की निष्पक्ष जांच और एफआईआर दर्ज कराने वाले व्यक्ति की जानकारी शामिल है।
समाज ने यह भी जानना चाहा है कि क्या इन युवकों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड है। उन्होंने मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और बेकसूर युवकों को न्याय मिले।