राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ के मंगलवारिया इलाके में चित्रगुप्त मंदिर के सामने रहने वाली विशाखा बाई का मंगलवार सुबह निधन हो गया। वे 105 वर्ष की थीं।
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विशाखा बाई के पति बसंत कुमार शर्मा तहसील में बाबू के पद पर कार्यरत थे। 1979 में हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया। इसके बाद तीन बेटों और पांच बेटियों की परवरिश की पूरी जिम्मेदारी विशाखा बाई ने संभाली।
उन्होंने कठिन परिस्थितियों में अपने सभी बच्चों को शिक्षा दिलाई। साथ ही उन्हें अच्छे संस्कार भी दिए। उनके द्वारा दी गई संस्कारों की नींव आज भी लोगों के लिए मिसाल है।
मंगलवार को उनके निधन की खबर से पूरे मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों और परिचितों ने नम आंखों से उनकी अंतिम यात्रा में हिस्सा लिया। नगर के मुक्तिधाम में उनको मुख अग्नि उनके बड़े बेटे मनोज शर्मा , छोटे मनीष ने दी। मोहल्ले के लोगों के लिए उनका जीवन प्रेरणा का स्रोत रहा।