उमरिया जिले से गुजरने वाले नेशनल हाईवे 43 के कुछ हिस्सों का निर्माण कार्य अधूरा होने के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के मौसम में इन रास्तों पर कीचड़ और गड्ढों की वजह से जाम लग जाता है, वहीं गर्मी में धूल के गुबार से च
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सड़क की खराब हालत का सबसे ज्यादा खामियाजा बाइक सवारों को भुगतना पड़ता है। कई बार भारी वाहन भी कीचड़ में फंस जाते हैं, जिससे घंटों तक लंबा जाम लग जाता है। खासकर शहडोल की तरफ जाने वाले रास्ते पर अमहा फाटक, पठारी फाटक, नौरोजाबाद फाटक और मोर्चा फाटक के पास अक्सर यही स्थिति देखने को मिलती है।
इस हाईवे का निर्माण कार्य 2017 में शुरू हुआ था, लेकिन रेलवे फाटकों के पास सड़क अब तक नहीं बन पाई है। इस समस्या पर हाल ही में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने संज्ञान लिया। शहडोल जाते समय बिरसिंहपुर पाली में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण की हर 15 दिन में समीक्षा की जा रही है। उन्होंने स्वीकार किया कि एमपीआरडीसी और रेलवे के बीच तालमेल की कमी थी, लेकिन अब यह समस्या दूर हो गई है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अगर यह सड़क अक्टूबर तक शुरू नहीं होती है तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।