Motivational Story: बचपन से गंभीर रूप से बीमार, पढ़ाई में नंबर 1, ऋतिक रोशन की फिल्म से जगा IIT में एडमिशन का सपना

Motivational Story: बचपन से गंभीर रूप से बीमार, पढ़ाई में नंबर 1, ऋतिक रोशन की फिल्म से जगा IIT में एडमिशन का सपना


Last Updated:

Motivational Story: रिद्धिमा पॉल स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी नामक गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं. उनका बचपन काफी कठिनाइयों में बीता. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और हर पड़ाव को पार करती गईं. अपनी मेहनत के दम पर रिद्धिम…और पढ़ें

गंभीर रूप से बीमार, पढ़ाई में नंबर 1, ऋतिक रोशन की फिल्म से जगा IIT में एडमिशनMotivational Story: रिद्धिमा पॉल बचपन से व्हीलचेयर पर हैं
नई दिल्ली (Riddhima Paul Motivational Story). यह कहानी पश्चिम बंगाल के मालदा शहर में रहने वाली एक लड़की की है. इसका नाम रिद्धिमा पॉल है. 19 साल की यह लड़की गंभीर बीमारी से पीड़ित है. हालात ऐसे थे कि कोई भी सामान्य स्कूल इसे अपने यहां एडमिशन देने तक को तैयार नहीं था. लेकिन बच्ची ने हार नहीं मानी. उसकी पढ़ाई में रुचि थी. वह पढ़ती रही, हर क्लास में टॉप करती रही. 10वीं और 12वीं में भी 90% से ज्यादा मार्क्स हासिल किए.. और अब आईआईटी कानपुर में एडमिशन का सपना पूरा कर लिया है.

रिद्धिमा पॉल स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (SMA) से पीड़ित हैं. इस गंभीर बीमारी में मांसपेशियों की एक्टिविटीज प्रभावित हो जाती हैं. रिद्धिमा व्हीलचेयर पर रहती हैं. उनकी सफलता कई लोगों के लिए उम्मीद की किरण बन गई है. रिद्धिमा पॉल ने विकलांग व्यक्तियों (PwD) वाले कोटे के तहत आईआईटी कानपुर में एडमिशन लिया है. वह 2025-26 के शैक्षणिक सत्र में गणित और साइंटिफिक कंप्यूटिंग से बीएस (बैचलर ऑफ साइंस) की पढ़ाई करेंगी. पढ़िए रिद्धिमा पॉल की सक्सेस स्टोरी.

जेईई में टॉप रैंक से मिला एडमिशन

रिद्धिमा ने साल 2024 में जेईई परीक्षा दी थी. PwD श्रेणी में उनकी रैंक 12 थी. लेकिन IIT में एडमिशन के लिए 1 नंबर से पीछे रह गई थीं. इसके बाद उन्होंने आईआईटी इंदौर में 1 साल का अनिवार्य प्रारंभिक कोर्स किया. इस कोर्स में उन्होंने IIT कानपुर के BS कोर्स में एडमिशन पाने के लिए क्वॉलिफाइंग परीक्षा पास की. बचपन में कोई नॉर्मल स्कूल रिद्धिमा को एडमिशन देने के लिए तैयार नहीं था और उनके माता-पिता उन्हें स्पेशल स्कूल में नहीं भेजना चाहते थे.

बचपन से रहीं टॉपर

एक स्कूल में जब रिद्धिमा पॉल को एडमिशन मिला तो वहां के टीचर्स उनकी प्रतिभा देखकर हैरान रह गए थे. उन्होंने रिद्धिमा के पेरेंट्स से कहा था कि वह नर्सरी नहीं, बल्कि क्लास 1 में एडमिशन के लिए फिट हैं. रिद्धिमा ने एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में बताया कि 4th तक वह हर क्लास में टॉप करती रहीं. यह रिद्धिमा की मेहनत और हौसले का ही परिणाम था कि उन्होंने 10वीं में 94.8% और 12वीं में 90.8% अंक हासिल किए. उनकी हालत को देखते हुए यह उपलब्धि बहुत बड़ी थी.

ऋतिक रोशन की फिल्म से मिली प्रेरणा

रिद्धिमा पॉल का पूरा शरीर SMA से प्रभावित है. इसकी वजह से उनके लिम्ब्स (Limbs), श्वसन तंत्र (Respiratory System) और रीढ़ की हड्डी काफी ज्यादा प्रभावित हैं. लेकिन उनकी Cognitive Abilities असाधारण हैं. जब वह कक्षा 8 में थीं, तब उन्होंने ऋतिक रोशन की फिल्म सुपर-30 देखी. इससे वह आईआईटी में एडमिशन के लिए प्रेरित हुईं. तभी उन्होंने ठान लिया था कि वह आईआईटी में एडमिशन लेकर ही दम लेंगी. इसके लिए उन्होंने शारीरिक अक्षमताओं को भी किनारे रख दिया.

सर्जरी से आसान हुई राह

रिद्धिमा पॉल के पेरेंट्स को लंबे समय तक इस बीमारी की जानकारी नहीं हो पाई थी. 3 साल की उम्र में NIMHANS की रिपोर्ट में SMA की पुष्टि हुई. साल 2022 में, बेंगलुरु में डॉक्टर्स की एक टीम ने Scoliosis की सर्जरी की. यह सर्जरी लगभग 10 घंटे तक चली. इसी सर्जरी ने रिद्धिमा को हायर एजुकेशन में एडमिशन के लिए परीक्षा में बैठने की ताकत दी. रिद्धिमा ने बताया कि उन्हें 3 साल की उम्र से ही गणित से प्यार है. उनका जीवन हर दिन संघर्ष से भरा रहा. लेकिन इसके बावजूद वह अपने सपनों को साकार करने में कामयाब रहीं.

About the Author

Deepali Porwal

Having an experience of 9 years, she loves to write on anything and everything related to lifestyle, entertainment and career. Currently, she is covering wide topics related to Education & Career but she also h…और पढ़ें

Having an experience of 9 years, she loves to write on anything and everything related to lifestyle, entertainment and career. Currently, she is covering wide topics related to Education & Career but she also h… और पढ़ें

homecareer

गंभीर रूप से बीमार, पढ़ाई में नंबर 1, ऋतिक रोशन की फिल्म से जगा IIT में एडमिशन



Source link