ऑनलाइन रजिस्ट्री से फर्जीवाड़ें में आई कमी
धार जिले में 1 अप्रैल से शुरू हुई ई-रजिस्ट्री व्यवस्था ने बड़ी सफलता हासिल की है। अब तक 10 हजार से ज्यादा रजिस्ट्री पूरी की जा चुकी हैं। इससे सरकार को 75 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है।
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जिला पंजीयक प्रभात बाजपेयी ने बताया कि शुरुआत में कुछ तकनीकी समस्याएं आई थीं, लेकिन अब यह व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है। धार के साथ-साथ घाटाबिल्लौद और पीथमपुर से भी लोग यहां रजिस्ट्री करवाने आ रहे हैं।
फर्जीवाड़े पर लगी रोक
नई प्रणाली में सर्वे नंबर डालते ही जमीन मालिक का नाम, पता और अन्य जानकारी तुरंत सामने आ जाती है। इसके अलावा, खरीदार और विक्रेता के फिंगरप्रिंट और रेटिना स्कैन भी किए जा रहे हैं। इससे धोखाधड़ी की संभावना लगभग खत्म हो गई है।
सब-रजिस्ट्रार कार्यालयों में सुविधा
धार जिले के बदनावर, धरमपुरी, गंधवानी, कुक्षी, मनावर और सरदारपुर में भी ऑनलाइन रजिस्ट्री की सुविधा उपलब्ध है। राजस्व आय में धार पहले, बदनावर दूसरे और मनावर व सरदारपुर तीसरे स्थान पर हैं।
ग्रामीण इलाकों में नेटवर्क की दिक्कत
हालांकि गांवों में इंटरनेट नेटवर्क की समस्या अब भी बनी हुई है। इसकी वजह से कई लोगों को रजिस्ट्री कराने के लिए जिला मुख्यालय तक आना पड़ता है।