कांग्रेस ने शनिवार को 71 संगठनात्मक जिला अध्यक्षों के नामों की घोषणा की। लिस्ट जारी होने के बाद से ही विरोध के सुर अलग-अलग जिलों से उठ रहे हैं। गुना में पूर्व मंत्री और राघौगढ़ से विधायक जयवर्धन सिंह को जिले का अध्यक्ष बनाने से कुछ कार्यकर्ता खासे नार
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जयवर्धन सिंह गुना के जिला कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद दैनिक भास्कर ने उनसे बातचीत की।
सवाल: आप प्रदेश के बडे़ नेता हैं अब गुना के जिला अध्यक्ष बने हैं क्या कहेंगे? जयवर्धन: ये बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ है मप्र कांग्रेस और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में, एक प्रकार से ये हमारे नेता राहुल गांधी, खडगे जी की यह सोच थी कि कांग्रेस को संगठनात्मक रूप से मजबूत होना चाहिए। उसकी शुरुआत जिला स्तर से की गई है। जून के महीने में राहुल जी भोपाल आए थे और उन्होंने कहा था कि जिले का सबसे मजबूत नेता ही अध्यक्ष बने। उस सोच के अनुरूप मुझे यह जिम्मेदारी दी गई है।
मेरा सौभाग्य है कि एक प्रकार से मुझे राहुल गांधी द्वारा निर्मित संगठन सृजन अभियान में भाग लेने का मौका मिलेगा। हम सब मिलकर यही प्रयास करेंगे कि जिला स्तर पर मिलकर यही प्रयास करेंगे कि जिले स्तर पर हम ताकत से काम करें। कांग्रेस हर पंचायत और वार्ड तक कांग्रेस पहुंचे हम उस सोच पर काम करेंगे।
सवाल: कुछ आपके समर्थक नाराज हैं। जयवर्धन: कभी कभार कुछ गलत फहमियां हो जातीं हैं। लेकिन, ऐसी बात नहीं हर एक कार्यकर्ता इसका महत्व समझ रहा है। जो नहीं समझ रहा मैं उनसे भी कहना चाहूंगा कि वो इसका महत्व समझें क्योंकि जब हमारा राष्ट्रीय नेतृत्व ये कह रहा है कि संगठन सृजन के तहत पार्टी को मजबूत करना है तो एक-एक कार्यकर्ता को इसमें समर्पित भाव से काम करना चाहिए। मैं सिर्फ 39 साल का हूं और कांग्रेस ने मुझे इतना कुछ दिया है मैं तीसरी बार का विधायक हूं। कैबिनेट मंत्री रह चुका हूं ये कांग्रेस की ही तो देन है।
सवाल: क्या आपने जिलाध्यक्ष के लिए दावेदारी की थी? जयवर्धन: सीधी बात है जो भी फैसला लिया गया है पार्टी के हित में हैं हम सब इससे खुश भी हैं। बात दावेदारी करने या न करने की नहीं है। बात ये है कि अगर राष्ट्रीय स्तर पर नेतृत्व समझता है कि आपको यहां काम करना है तो करना चाहिए।
सवाल: मुस्लिम वर्ग में भी नाराजगी है? अल्पसंख्यक वर्ग के दो ही अध्यक्ष बनाए? जयवर्धन: मेरा सबसे कहना है कि जो भी बात है वो प्रदेश अध्यक्ष जी और प्रदेश प्रभारी के सामने रखें ताकि उनकी बात दिल्ली तक पहुंच पाए। लेकिन, अपनी बात पार्टी के फोरम पर संगठन के तहत अपनी बात रखें। सवाल: आदिवासी कार्यकर्ता कह रहे हैं कि ओमकार मरकाम सीएम की रेस में थे? जयवर्धन: ओमकार मरकाम बहुत वरिष्ठ नेता हैं। चार बार के विधायक हैं मप्र सरकार में मंत्री रह चुके हैं। साथ में राहुल गांधी ने ही उन्हें सीईसी में बहुत अहम सदस्य बनाया था। बहुत दिग्गज नेता हैं उनकी लोकप्रियता पूरे प्रदेश में हैं और देश भर में उनकी पहचान है। लेकिन जैसा मैने कहा कि जिनको भी संगठन सृजन के तहत विशेष जिम्मेदारी दी गई है कुछ विशेष सोचकर ही दी गई होगी।