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जबलपुर की जन्माष्टमी मटकी फोड़ प्रतियोगिताएं अपने अनोखे अंदाज के लिए मशहूर हैं. मालवीय चौक पर चांदी की मटकी फोड़ी जाती है, वहीं बड़ा फुहारा पर आंखों में पानी डालकर मटकी तोड़ी जाती है.
एमपी अजब है और सबसे गजब है, क्योंकि जन्माष्टमी के मौके पर शहर भर में मटकी फोड़ प्रतियोगिता चल रही है, लेकिन संस्कारधानी जबलपुर की ऐसी प्रतियोगिता, जो शायद पूरे मध्यप्रदेश में नहीं होती.

सबसे पहली मटकी फोड़ प्रतियोगिता जबलपुर के मालवीय चौक की. अमूमन मटकी मिट्टी की होती है, लेकिन इस प्रतियोगिता में मटकी चांदी की होती हैं. यह मटकी आज शाम 7 बजे फोड़ी जाएगी. जिसे देखने हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं.

इसी तरह बड़ा फुहारा में सबसे अनोखी मटकी फोड़ने का आयोजन होता है. जिसे पानी मार मटकी फोड़ प्रतियोगिता कहा जाता है, जहां मटकी को ऊपर लटका दिया जाता है और शख्स उस मटकी को फोड़ने का काम करता है.

खास बात यह है शख्स की आंखों में किसी भी तरह की पट्टी नहीं बांधी जाती, मटकी का मूवमेंट किया जाता है और नजदीक खड़े एक दर्जन लोग उस शख्स के आंखों में पानी डालते हैं.

यादव कॉलोनी चौक में करीब 30 फीट की ऊंचाई पर मटकी को बांधा जाता है. जिसे जाबांज तोड़ने का काम करते हैं, जहां इस बार मांझी व्यायाम शाला के जाबांजों ने मानव पिरामिड बनाकर मटकी को फोड़ दिया. इस मटकी को क्रेन से लटकाया जाता है.

इसके अलावा जबलपुर में यादव कॉलोनी चौक, आगा चौक, रानीताल, मालवीय चौक, बड़ा फुहारा, एमएलबी स्कूल सहित दर्जनों जगहों पर भव्य मटकी फोड़ प्रतियोगिता कराई जाती है.

जिसे देखने शहर भर ही नहीं बल्कि प्रदेश भर से लोग आते हैं. MP के जबलपुर का जन्माष्टमी पर्व के मौके पर मटकी फोड़ प्रतियोगिता काफी आकर्षक होता है. यह प्रतियोगिता रात 3 बजे तक चलती रहती हैं. जिसमें दर्जनों टीमें शिरकत करती हैं.

इस तरह जबलपुर में अनोखी मटकी फोड़ कार्यक्रम किए जाते हैं. जहां हजारों की संख्या में परिवार सहित दर्शक पहुंचते हैं और मटकी फोड़ प्रतियोगिता का लुफ्त उठाते हैं. जबलपुर में मटकी फोड़ प्रतियोगिता हफ्ते भर चलती रहती है.