केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को विदिशा के छीरखेड़ा में क्षतिग्रस्त सोयाबीन फसलों का निरीक्षण किया। किसानों ने बताया कि कीटनाशक दवा के छिड़काव से उनकी फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है।
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किसान भगवान सिंह लोधी के अनुसार, खरपतवार हटाने के लिए इस्तेमाल की गई दवा ने फसल को बर्बाद कर दिया। दिल्ली की कंपनी एचपीएम की बायोक्लोर नामक दवा (बैच नं. KE 04) के छिड़काव से फसलें प्रभावित हुई हैं।
शिवराज ने हर संभव मदद का भरोसा दिया केंद्रीय मंत्री ने पीड़ित किसानों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि दवा निर्माता कंपनी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। एक उच्च स्तरीय वैज्ञानिक दल खेतों का निरीक्षण करेगा।
शिवराज सिंह ने कहा कि खेतों में सोयाबीन की जगह खरपतवार उग आए हैं। यह स्थिति कंपनी की दवाओं के कारण पैदा हुई है। उन्होंने घोषणा की कि पूरे देश में घटिया कीटनाशक बनाने वाली कंपनियों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।
विदिशा के कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने पहले ही कृषि विभाग से जांच करवाई थी। फसलों के नुकसान के मामले में संबंधित कंपनी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है।