Ground Report: भोपाल में यहां 35% तक बढ़े जमीन के दाम, कभी थे खेत-खलियान, आज करोड़ों में दाम

Ground Report: भोपाल में यहां 35% तक बढ़े जमीन के दाम, कभी थे खेत-खलियान, आज करोड़ों में दाम


Bhopal News: पिछले एक दशक से राजधानी भोपाल विकास की ओर लगातार अग्रसर है. 5 साल पहले की बात करें तो बावड़िया कलां क्षेत्र में सिर्फ खेत ही देखने को मिलते थे. मगर, अब यहां जमीनों के दाम 35% तक बढ़ाने के साथ ही ऊंची-ऊंची इमारतें भी तन गई हैं. यह गांव पिछले एक दशक में उच्च-स्तरीय रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स का गवाह रहा है, जहां आज के समय में कम से कम 60 रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है. लोकल 18 के माध्यम से जानिए 10 साल में यहां कितना विकास हुआ है?

लोकल 18 से बात करते हुए बावड़िया कलां रहवासी सुरेश चौकसे ने बताया, साल 2008 के बाद यहां लगातार डेवलपमेंट होता आ रहा है. उस समय यहां प्राइवेट बिल्डर ने किसने की जमीन सस्ते दाम में खरीद कर यहां बड़ी-बड़ी इमारतें खड़ी कर दीं. साल 2011-12 में भोपाल विकास प्राधिकरण की योजना मिसरोद फेज-1 के तहत शहरी प्रशासन का गांव के किसानों से संपर्क हुआ. इसके बाद यहां के दाम में तेजी से उछाल देखने को मिला. शहर के बड़े-बड़े बिल्डर और जानी-मानी हस्तियों ने यहां इन्वेस्ट करना शुरू किया.

2 लाख की जमीन करोड़ों में पहुंची
एक दौर ऐसा था जब यहां सिर्फ खेत ही हुआ करते थे. मगर, बिल्डरों के यहां आने के बाद जमीन के दाम में करीब 500 से 700 गुना इजाफा हुआ है. सुरेश बताते हैं कि साल 2007-08 में जो जमीन दो से ढाई लाख रुपए एकड़ थी. उसकी कीमत वर्तमान समय में 5 से 10 करोड़ तक पहुंच गई है. हालांकि, अब यहां एकड़ में जमीन नहीं मिलती है, बल्कि वर्ग फीट के हिसाब से बिक रही हैं.

फार्महाउस, रेस्टोरेंट भी तैयार
वर्तमान की बात करें तो यहां जमीन के दाम 4 से 5 हजार वर्ग फीट चल रहे हैं. बड़े-बड़े नेताओं और अधिकारियों ने सस्ते दाम में जमीन खरीद कर फार्महाउस से लेकर रेस्टोरेंट और अपार्टमेंट बना दिए हैं. दाना पानी से लेकर मिसरोद तक मास्टर प्लांट के तहत 200 स्क्वायर फीट रोड का निर्माण किया जाना है. इसके करीब पांच बार टेंडर निकले जा चुके हैं, मगर अभी तक इसका काम शुरू नहीं हो पाया है.

आरओबी भी बनेगा
बता दें, यहां बावड़िया कलां से आशिमा मॉल तक रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण किया जाना है, जिसके लिए पहले ही मंजूरी दी जा चुकी है. यह आरओबी राजधानीवासियों को लंबे फेर से बचाने में कारगर सिद्ध होगा. बावड़िया कलां चौराहा से आशिमा मॉल तक रेलवे ओवरब्रिज निर्माण के लिए अधिकारियों को भू-अर्जन कार्रवाई जल्द पूर्ण करने को कहा गया है.

ठगे गए किसान!
सुरेश चौकसे ने बताया, बावरिया कला और उसके आसपास के क्षेत्र में चाहे जितना भी विकास हुआ हो. मगर उसका फायदा यहां रहने वाले गांव के लोगों को नहीं हुआ. बिल्डर से लेकर एजेंट तक ने यहां कौड़ी के भाव में किसानों से जमीन खरीद कर उसे महंगे दामों में बेचा. ज्ञान के अभाव में किसानों ने अपनी जमीन तो बेच दी, मगर अब उन्हें मजदूरी करके अपना जीवन व्यापन करना पड़ रहा है. यहां अब सिर्फ 5 से 7% ही खेती-बड़ी बची है.

60 से ज्यादा प्रोजेक्ट्स पर चल रहा काम
वर्तमान समय में इस क्षेत्र में कम से कम 60 रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं, जो भोपाल में एक लोकप्रिय स्थान बन गया है. शहर के तीनों ओर अरेरा कॉलोनी, कोलार रोड और होशंगाबाद रोड से इसकी कनेक्टिविटी के कारण यह जगह लोगों को आकर्षित कर रही है. इस क्षेत्र में लगभग 4 करोड़ रुपये की लागत वाले डुप्लेक्स और 2 करोड़ रुपये के अपार्टमेंट हैं, एक ऐसा चलन जिसने शहर को बड़े महानगरों के बराबर ला खड़ा किया है.



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