2025 की कट-ऑफ और रैंक की स्थिति
नीट 2025 में सीट पाने की न्यूनतम कट-ऑफ 215 अंक (720 में से) रही, जो लगभग 7.3 लाख रैंक के आसपास थी. जबकि वर्ष 2024 में यह कट-ऑफ 135 अंक (13.3 लाख रैंक) पर थी. NEET कोच आर. सरवणकुमार के अनुसार टॉपर्स के मार्क्स तो कम थे, लेकिन 400 से 500 अंक पाने वाले छात्रों की संख्या बहुत ज़्यादा थी, जिससे उस रेंज में भारी प्रतिस्पर्धा रही है.
मणिपाल का कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज सबसे आगे
अन्य पसंदीदा कॉलेज
सिम्बायोसिस मेडिकल कॉलेज फॉर विमेन, पुणे – रैंक 47592 और स्कोर 504
कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मैंगलोर – रैंक 52466 और स्कोर 500
तमिलनाडु के महंगे कॉलेज छात्रों की लिस्ट से बाहर
महंगी फीस बन रही छात्रों की चिंता का कारण
टीओआई की एक रिपोर्ट के अनुसार स्टूडेंट्स गाइड मणिकावेल अरुमुगम का कहना है कि अगर सालाना ट्यूशन फीस 30 लाख रुपये है, तो MBBS की चार साल की पढ़ाई में 1.2 करोड़ रुपये सिर्फ ट्यूशन पर खर्च होते हैं. इसके अलावा हॉस्टल, किताबें और अन्य खर्चों पर 10–15 लाख रुपये और लग जाते हैं.