संविदा संयुक्त मोर्चा मंच के कर्मचारी ज्ञापन देने एक घंटे खड़े रहे।
मध्यप्रदेश संविदा संयुक्त संघर्ष मोर्चा मंच के बैनर तले सोमवार को बड़ी संख्या में संविदा कर्मचारी नर्मदापुरम में एकत्र हुए। कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और मुख्यमंत्री के नाम 10 सूत्रीय मांगों का पत्र तहसीलदार को सौंपा। ज्ञापन देने के लि
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चुनाव जीतने के बाद वादा भूली सरकार मोर्चा के संभागीय अध्यक्ष सुनील चौहान ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 4 जुलाई 2023 को महापंचायत में संविदा कर्मचारियों से कई वादे किए थे। लेकिन चुनाव जीतने के बाद नई सरकार बनी और सारे वादे और घोषणाएं सरकार भूल गई। सरकार अपने ही वादों से पीछे हट रही है, इसलिए आंदोलन किया जा रहा है।
14 अक्टूबर से हड़ताल पर जाने की चेतावनी प्रदेश महामंत्री देवेंद्र उपाध्याय ने कहा कि ज्ञापन देने के बाद संगठन अलग-अलग गतिविधियां करेगा और 14 अक्टूबर से संविदा कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। ज्ञापन देने के दौरान प्रदेश मंत्री देवेंद्र उपाध्याय, जिला अध्यक्ष तरुण डिगरसे, अभिषेक तिवारी, सुनील चौहान समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
कर्मचारियों की प्रमुख मांगें
- नियमित कर्मचारियों की तरह महंगाई भत्ता (DA) मिले।
- अर्जित अवकाश और मेडिकल अवकाश की सुविधा दी जाए।
- भर्ती में 50% आरक्षण के साथ अनुभव के अंक भी जोड़े जाएं।
- किसी योजना के बंद होने पर कर्मचारियों को दूसरी योजना में समायोजित किया जाए।
- हर संविदा कर्मचारी का कम से कम 20 लाख रुपए का सामूहिक बीमा हो।
- शासकीय आवास या आवास भत्ता दिया जाए।
- पीएससी पदों पर अनुभव के आधार पर वरीयता दी जाए।