गोगा नवमी पर रात को निकला चल समारोह: छड़ी निशान और झांकियां बनी आकर्षण; राजबाड़ा पर कई मंचों से स्वागत, पंढरीनाथ मंदिर पर हुआ समापन – Indore News

गोगा नवमी पर रात को निकला चल समारोह:  छड़ी निशान और झांकियां बनी आकर्षण; राजबाड़ा पर कई मंचों से स्वागत, पंढरीनाथ मंदिर पर हुआ समापन – Indore News


इंदौर में वाल्मीकि समाज के आराध्य देव वीर गोगा देव का जन्मोत्सव बड़े उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया गया। इस मौके पर विभिन्न बस्तियों – राज मोहल्ला, जूना रिसाला, अमर टेकरी, गाड़ी अड्डा और परदेशीपुरा से आकर्षक छड़ी निशान और झांकियां निकाली गईं।

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शोभायात्रा राजबाड़ा से होते हुए पंढरीनाथ स्थित गोगादेव मंदिर पहुंची, जहां सलामी के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। चल समारोह का स्वागत शहरभर में विभिन्न मंचों से किया गया। कई स्थानों पर समाजजन ने पुष्पवर्षा की।

विजेता कलाकारों को किया सम्मानित।

छड़ी निशान प्रतियोगिता

कार्यक्रम में छड़ी निशान को लेकर हुई प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार गेटवे ऑफ इंडिया की प्रतिकृति (31 किलो वजनी, 81 हजार रुपए की लागत से निर्मित) के लिए जूना रिसाला वाल्मीकि मंडल के भूरा भगत को दिया गया। द्वितीय पुरस्कार महा वाल्मीकि पंचायत के वीरू भगत चिंतामन के सेहरे को और तृतीय पुरस्कार मोहन मंडल छावनी के सेहरे को मिला।

विशेष पुरस्कार सेहरा कटिंग के लिए मां दुर्गा मंडल के सिंगा भगत और पलासिया मंडल को प्रदान किए गए।

झांकियों को मिला सम्मान

झांकियों की प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार कमाठीपुरा के चिंतामन परिवार की झांकी को मिला। द्वितीय पुरस्कार परदेशीपुरा के प्रचेता गौहर डॉन की झांकी को और तृतीय पुरस्कार वरिष्ठ जमींदारी पंचायत की उषा फाटक की झांकी को दिया गया। इसके अलावा आकर्षक सांत्वना पुरस्कार भी वितरित किए गए।

कार्यक्रम में पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा, मेयर पुष्यमित्र भार्गव, मनोहर धवन, गिरधर नागर, राजेश चौकसे, एकलव्य सिंह गौड़ और सभापति मुन्नालाल यादव सहित कई गणमान्य अतिथि मौजूद रहें।अतिथियों का स्वागत मंच संयोजक लीलाधर करोसिया, उपाध्यक्ष सुधीर डागर, नरेश कल्याणे, अभिषेक करोसिया और अंकित करोसिया ने किया।



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