भादो माह के अंतिम सोमवार को निकली महाकाल की छठवीं शाही सवारी, लाखों श्रद्धालुओं ने पाए दर्शन

भादो माह के अंतिम सोमवार को निकली महाकाल की छठवीं शाही सवारी, लाखों श्रद्धालुओं ने पाए दर्शन


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Mahakal sawari : उज्जैन में भादो माह के अंतिम सोमवार को भगवान महाकाल की छठवीं शाही सवारी निकाली गई. 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने शामिल होकर दर्शन किए. हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा हुई और सीएम डॉ. मोहन यादव भी भक्त…और पढ़ें

शुभम मरमट / उज्जैन:  विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. भगवान की एक झलक पाने के लिए भक्त आतुर रहते हैं. सावन-भादो माह में राजाधिराज बाबा महाकाल अपनी प्रजा का हाल जानने मंदिर परिसर से निकलते हैं. मान्यता है कि वर्षा काल में सृष्टि का संचालन करने वाले सभी देवता शयन में चले जाते हैं, तब महाकाल सृष्टि का संचालन करते हैं. ऐसे में महाकाल प्रजा का हाल जानने निकलते हैं. आज भादो माह के अंतिम सोमवार को भगवान महाकाल की सवारी निकाली गई. इस दौरान भक्तों का जनसैलाब देखने को मिला.

बता दें कि श्रावण-भाद्रपद माह में निकलने वाली सवारी के क्रम में भगवान महाकाल की छठी सवारी है. इस राजसी सवारी में भगवान के छह स्वरूप दर्शनों के लिए निकलें. रजत पालकी में श्री चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरुड़ रथ पर श्री शिवतांडव, नंदी रथ पर श्री उमा-महेश, डोल रथ पर होल्कर स्टेट का मुखारविंद और रथ पर सप्तधान मुखारविंद शामिल रहे. सवारी निकालने से पहले मंदिर में पूजन-अर्चन किया गया और मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.

लाखों की संख्या मे पहुँचे श्रद्धांलू
महाकाल की छठवीं शाही सवारी सोमवार 18 अगस्त को शाम 4 बजे मंदिर से शुरू हुईं. करीब सात किमी लंबे मार्ग पर 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान है. इसमें 70 भजन मंडलियां, साधु-संत, पुजारी, पुलिस बैंड और नगर सेना शामिल हुए.

हेलिकॉप्टर से हुईं पुष्प वर्षा सीएम डॉ. मोहन यादव भी राजसी सवारी में शामिल हुए. इस दौरान सीएम डॉ. मोहन यादव भी भक्ति मे लीन नज़र आए. बाबा जैसे ही मंदिर प्रांगण से बाहर निकले. इस दौरान हेलीकाप्टर नें पुष्प वर्षा करी जो की आकर्षण का केंद्र रही.
70 भजन मंडलियां हुईं शामिल राजसी सवारी के चल समारोह में सबसे आगे श्री महाकालेश्वर मंदिर का प्रचार वाहन रहा. उसके बाद यातायात पुलिस, तोपची, रजत ध्वज, घुड़सवार, विशेष सशस्त्र बल सलामी गार्ड, स्काउट-गाइड सदस्य, कांग्रेस सेवा दल और सेवा समिति बैंड रहे. फिर मध्यप्रदेश के अलग-अलग शहरों की 70 भजन मंडलियां शामिल रही. इस सुनहरे पल को देख उज्जैन जय श्री महाकाल के जयकारों से गूंज उठा.

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भादो माह के अंतिम सोमवार को निकली महाकाल की छठवीं शाही सवारी



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