शाजापुर में गाजे-बाजे के साथ गोगा नवमी पर निकाला जुलूस: घर-घर ले जाकर छड़ी की हुई पूजा, नंगे पांव उपवास और छड़ी पूजा की परंपरा – shajapur (MP) News

शाजापुर में गाजे-बाजे के साथ गोगा नवमी पर निकाला जुलूस:  घर-घर ले जाकर छड़ी की हुई पूजा, नंगे पांव उपवास और छड़ी पूजा की परंपरा – shajapur (MP) News


शाजापुर में वाल्मीकि समाज ने गोगा नवमी पर धूमधाम से निकाला जुलूस

शाजापुर में रविवार देर रात तक वाल्मीकि समाज ने गोगा नवमी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर समाजजनों ने ढोल-ढमाके और गाजे-बाजे के साथ छड़ी का जुलूस निकाला।

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जुलूस नगर के विभिन्न मोहल्लों और मार्गों से होता हुआ आजाद चौक बाजार पहुंचा, जहां समाज के वरिष्ठजनों का सम्मान किया गया। इस बार के जुलूस में घोड़े और ऊंट भी शामिल किए गए, जिन्होंने नाच-गाकर आकर्षण बढ़ाया।

समाजजन पूरी भक्ति के साथ जुलूस में शामिल हुए। इसके बाद सभी छड़ियां एकत्र होकर चीलर नदी पहुंचीं, जहां गोगादेव जी की आस्था से पूजा-अर्चना की गई और जुलूस का समापन हुआ। पूजा के बाद छड़ी का विसर्जन किया गया।

समाज के राजेश पारछे ने बताया कि वाल्मीकि समाज में गोगा नवमी की खास परंपरा है। हर साल श्रावण माह से सवा महीने तक समाजजन नंगे पांव उपवास रखते हैं और गोगा जी महाराज की ज्योत लगाकर छड़ी की पूजा-अर्चना करते हैं।

इसके बाद गोगाजी महाराज की छड़ी को घर-घर ले जाया जाता है, जहां श्रद्धा और आस्था से पूजा की जाती है। पूरे आयोजन के दौरान वाल्मीकि समाजजन भक्ति में लीन होकर गोगा महाराज की आराधना करते रहे और परिवार व समाज की सुख-समृद्धि की कामना की।



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