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Railway Station Master Salary: भारतीय रेलवे में स्टेशन मास्टर की जिम्मेदारियां क्या होती हैं? उनकी सैलरी कितनी होती है और वे किस तरह काम करते हैं, यहां जानिए स्टेशन मास्टर से जुड़ी पूरी जानकारी.
रेलवे से रिटायर्ड अधिकारी एसके श्रीवास्तव ने बताया स्टेशन मास्टर की पोस्ट ट्रेन ऑपरेशन से संबंधित होती है. स्टेशन मास्टर स्टेशन की देखरेख करने के साथ ही ट्रेनों के परिचालन पर ध्यान देता है. उन्होंने बताया बड़े स्टेशनों में स्टेशन मास्टर की प्रारंभिक नियुक्ति सहायक स्टेशन मास्टर के तौर पर होती है. जिनकी सैलरी 56 हजार से लेकर 60 हजार के बीच होती है. जिसमें बेसिक से लेकर नाइट ड्यूटी एलाउंस, डीए सहित ट्रांसपोर्टेशन एलाउंस शामिल होते हैं. स्टेशन मास्टर ग्रुप सी के कर्मचारी कहलाते हैं.
हर स्टेशन में एक स्टेशन मास्टर नियुक्त किया जाता है. जहां स्टेशन पर ट्रेनों के आने और जाने का प्रबंध स्टेशन मास्टर करता है, इतना ही नहीं ट्रेनों के लिए प्लेटफार्म आवंटन करना और स्टेशन में मौजूद यात्रियों की सुरक्षा से लेकर महत्वपूर्ण जानकारी देने का काम स्टेशन मास्टर करते हैं. स्टेशन पर स्वच्छता और अन्य व्यवस्थाओं की देखरेख भी स्टेशन मास्टर के हाथों में होती है. जहां स्टेशन मास्टर को रेलवे के नियमों और प्रकियाओं का पालन कराना होता है. स्टेशन मास्टर एक स्टेशन का जिम्मेदार पद होता है. इतना ही नहीं हर स्टेशन में स्टेशन मास्टर का एक विशेष कक्ष ऑफिस की तरह होता है.
स्टेशन मास्टर की क्या होती है सैलरी…
स्टेशन मास्टर का वेतन सीपीसी के लेवल 6 के अंतर्गत आता है. एक रेलवे स्टेशन मास्टर का मासिक वेतन लगभग 35,400 रुपये से शुरू होता है. इस मूल वेतन के अलावा स्टेशन मास्टर को अन्य भत्ते और लाभ भी मिलते हैं. हालाँकि, यह राशि नवनियुक्त स्टेशन मास्टर को प्रशिक्षण अवधि समाप्त होने के बाद ही दी जाती है. स्टेशन मास्टर का इन-हैंड वेतन में कई अतिरिक्त लाभ और कटौतियाँ शामिल होती हैं. यह वह राशि होती है, जो प्रत्येक माह के अंत में खाते में जमा की जाती है
शहर के आधार पर सैलरी
स्टेशन मास्टर की सैकड़ों विभिन्न मानदंडों, विशेष रूप से उस शहर के आधार पर भिन्न होती है, जहाँ कार्यरत हो. जैसे:
एक्स क्लास सिटी: 55,000 रुपये (लगभग)
वाई क्लास सिटी: 50,000 रुपये (लगभग)
जेड क्लास सिटी: 45,000 रुपये (लगभग) मिलती हैं.