20 करोड़ रुपए खर्च कर सड़कें की चौड़ी: त्योहार पर रोड पर बढ़े हॉकर्स, अब रोजाना होने लगा ट्रैफिक जाम – Gwalior News

20 करोड़ रुपए खर्च कर सड़कें की चौड़ी:  त्योहार पर रोड पर बढ़े हॉकर्स, अब रोजाना होने लगा ट्रैफिक जाम – Gwalior News


सड़कों पर ट्रैफिक बेहतर चल सके इसलिए ढाई सालों में 20 करोड़ रुपए की राशि खर्च कर सड़कों का चौड़ीकरण किया गया। ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम की अनदेखी के कारण बाजार ही नहीं चौड़ी हुई सड़कों पर हॉकर्स, यात्री वाहन, हाथ ठेले सहित दुकानदारों ने अपना दायरा बढ़ाकर स

.

7-7 चौड़ी सड़कें इनकी वजह से 4 मीटर की रह गई हैं। ऐसे में वाहनों का निकलना मुश्किल हो रहा है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि ने उप नगर ग्वालियर में सख्ती की। नतीजा हजीरा के ठेले ​इंटक मैदान के हॉकर्स जोन में पहुंच गए। वहीं बाड़ा, मुरार सहित अन्य बाजार में ठेले और हॉकर्स सड़कों से हटना नहीं चाहते हैं।

जाम के 2 कारण

25000 से ज्यादा शहर में हैं हाथ ठेले 15000 यात्री वाहन (ऑटो विक्रम और ई-रिक्शा)

आमखो बस स्टैंड: यहां एक हजार बिस्तर तक जाने वाले मार्ग, राजपाएगा मार्ग 7.50 मीटर चौड़ा है, लेकिन ठेलों के कारण महज 5 मीटर जगह रह गई है। रोड की 2 मीटर जगह पर ठेले और गुमटियां रख ली है। ई-रिक्शा भी खड़े होने से लोगों की परेशानी बढ़ जाती है।

राजपाएगा स्मार्ट रोड: वाहनों के लिए 7.50 दोनों तरफ रोड है। फुटपाथ और डिवाइडर बनाने में 1.50 करोड़ खर्च हुए। इस रोड पर हाथ ठेले और एम्बुलेंस ने दोनों सड़कों को घेर रखा है। फूलबाग से किलागेट-हजीरा: ये रोड दोनों ओर 8-9 मीटर तक चौड़ी है। ये रोड 11.78 करोड़ में बनी थी। वहीं हजीरा से बिरलानगर पुल मार्ग पर निगम ने 2 करोड़ खर्च की। रोड दोनों ओर 7.50 मीटर चौड़ी हैं, लेकिन दोनों ही राेड पर ठेलों के कारण ट्रैफिक जाम रहता है।

बाजार: कार नहीं ले जाते लोग शहर के प्रमुख बाजारों में रोज ट्रैफिक जाम के चलते अधिकांश लोगों ने कार से जाना ही बंद कर दिया है। महाराज बाड़ा एवं आस-पास के बाजार में हॉकर्स, हाथ ठेला और ई-रिक्शा ने सड़कों को घेर रखा है। दिन में कई बार जाम के हालात बन जाते है। मुरार का मुख्य सदर बाजार, किला गेट के भी ऐसे ही हालात हैं। ट्रैफिक जाम के ऐसे ही हालात तिराहे-चौराहे पर लगने वाले ठेलों के कारण रोज बनते हैं।

ठेले हॉकर्स जोन में होंगे शिफ्ट ^सड़क और फुटपाथ पर ठेले, हॉकर्स या दुकानदारों ने कब्जा किया है। उनको हॉकर्स जोन में शिफ्ट कराएंगे। जिला प्रशासन, पुलिस से मदद लेंगे। -संघ प्रिय, आयुक्त ननि



Source link