57 किसानों को मिल पाई खाद, सर्वर ठप: बड़वानी के तलून, पाटी और सिलावद में संकट, कांग्रेस विधायक बोले- कालाबाजारी हो रही – Barwani News

57 किसानों को मिल पाई खाद, सर्वर ठप:  बड़वानी के तलून, पाटी और सिलावद में संकट, कांग्रेस विधायक बोले- कालाबाजारी हो रही – Barwani News


खरीफ की फसलों को जब सबसे ज्यादा खाद की जरूरत है, तब बड़वानी जिले में खाद का संकट गहरा गया है। सोमवार को शहर के पास तलून स्थित एमपी एग्रो के एकमात्र नकदी खाद केंद्र पर किसानों को भारी किल्लत का सामना करना पड़ा।

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सर्वर डाउन होते ही भड़के किसान

केंद्र पर सैकड़ों की भीड़ के बीच केवल 57 किसानों को पांच-पांच बोरी यूरिया मिलने के बाद सर्वर ठप हो गया, जिससे किसानों में भारी गुस्सा देखा गया। तलून खाद केंद्र पर खाद नहीं मिलने और कम मात्रा में वितरण की शिकायत पर कांग्रेस विधायक राजन मंडलोई मौके पर पहुंचे। उन्होंने केंद्र प्रभारी से बात की। इस दौरान पता चला कि खाद का स्टॉक नहीं आ रहा है।

विधायक ने बताया कि बड़वानी के अलावा पाटी और सिलावद की सोसाइटी में भी खाद नहीं है। किसान कई किलोमीटर दूर से यहां पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें कई दिनों तक इंतजार करना पड़ रहा है।

ना बैठने की और ना ही पीने के पानी की व्यवस्था

विधायक मंडलोई ने कहा कि खाद केंद्र पर किसानों के लिए ना तो बैठने की व्यवस्था है, ना ही पीने के पानी की। इस कारण किसान मजबूरन बाहर के होटलों और निजी जगहों पर जाकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं। उन्होंने जिला अधिकारियों पर खाद की कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए सरकार को भी घेरा।

जब विधायक ने केंद्र प्रभारी से पूछा कि अधिकारी बैठक में पर्याप्त खाद होने का दावा करते हैं तो उन्होंने गैर-जिम्मेदाराना जवाब देते हुए कहा, “भीड़ तो आज ही लगी है।” इस पर किसानों ने कहा कि वे तो रोज ही लाइन में लग रहे हैं। केंद्र प्रभारी ने बताया कि सभी किसानों को खाद मिले, इसलिए प्रति एकड़ पांच से छह बोरी खाद दी जा रही है। उन्होंने कहा कि कलेक्टर के माध्यम से जिले में खाद की मांग की गई है।

खाद की किल्लत पर विधायक ने सरकार को घेरा

विधायक राजन मंडलोई ने कहा कि खरीफ सीजन में हर साल यह किल्लत सामने आती है, जिसे वह हर बार विधानसभा में उठाते हैं। उन्होंने कहा कि खाद के लिए किसानों को रात भर जागना पड़ता है, भूखे-प्यासे लाइन में खड़ा होना पड़ता है और कई बार मारामारी भी होती है।

उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ चुनावों के समय बड़े-बड़े वादे करती है, लेकिन बाद में किसानों पर ध्यान नहीं देती। उन्होंने जोर देकर कहा कि अधिकारियों ने जिला पंचायत की बैठक में पर्याप्त स्टॉक का दावा किया था, लेकिन अब कह रहे हैं कि खाद आएगी तो बांटेंगे।



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