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Vegetable Farming Tips: ठंड शुरू होने से पहले किसान फसल के साथ सब्जी बोने की तैयारी कर लेते हैं, ताकि ज्यादा कमाई हो. ऐसे में ये 5 सब्जियां आय बढ़ाने में बेहद कारगर हैं. (रिपोर्ट: मोहन)

बारिश के बाद ठंड का मौसम आएगा. ऐसे में किसान अब मुख्य फसलों के साथ-साथ सब्जियों की खेती भी शुरू कर दें. इससे बढ़िया कमाई कर सकेंगे. कृषि एक्सपर्ट ने ऐसी 5 सब्जियों के बारे में बताया है, जो 30 दिन में तैयार हो जाएंगी. इन सब्जियों को अगस्त में ही बो दें और एक महीने बाद बेचकर कमाई शुरू कर दें.

कृषि अधिकारी मनोहर सिंह देवके ने बताया, ये सब्जियां मात्र 30 दिन में तैयार हो जाती हैं. इससे किसानों को जल्दी मुनाफा मिलना शुरू हो जाता है. उन्होंने कहा, किसान अपनी मुख्य फसलों जैसे केला, गन्ना, कपास या सोयाबीन के साथ इन सब्जियों की खेती कर सकते हैं. केवल आधा एकड़ जमीन पर ही सभी पांच सब्जियों को एक साथ लगाया जा सकता है. इसमें लागत भी कम आती है.

कृषि विशेषज्ञ के अनुसार, अगस्त इन सब्जियों के लिए आदर्श माह है. क्योंकि, इस समय नमी और तापमान संतुलित रहता है, जो बीजों के अंकुरण और विकास के लिए फायदेमंद होता है. इनकी खेती न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में बल्कि शहरी टेरेस गार्डन या घर के बगीचों में भी आसानी से की जा सकती है. बाजार में इनकी मांग हमेशा बनी रहती है. अच्छे दाम भी मिलते हैं.

गाजर: अगस्त में उगाई जाने वाली यह सबसे अच्छी सब्जी है. मानसून के दौरान टेरेस गार्डन या घर के बगीचे में इसे लगाना बेहतर होता है. गाजर के पौधे को सूखी मिट्टी की जरूरत होती है, जो कार्बनिक पदार्थों से भरपूर हो और जहां कम से कम 6 घंटे धूप आती हो. यह विटामिन ए से भरपूर होती है और बाजार में अच्छी कीमत मिलती है.

शलजम: जड़ वाली यह सब्जी ठंडी जलवायु में आसानी से उगाई जा सकती है. इसे गमलों या ग्रो बैग में लगाया जा सकता है. सभी प्रकार की मिट्टी में यह अच्छी पैदावार देती है. कम देखभाल में ही यह तैयार हो जाती है, जिससे किसानों को जल्दी लाभ मिलता है.

करेला: अगस्त में करेले के बीजों को गार्डन या ग्रो बैग में 1-2 सेंटीमीटर गहराई पर लगाएं. बीज 10-15 दिनों में अंकुरित हो जाते हैं. यह मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद है और बाजार में इसकी डिमांड साल भर रहती है.

फ्रेंच बींस: सर्दियों की यह सब्जी अगस्त में घर की छत या गार्डन में उगाई जा सकती है. इसे लगाने के लिए ज्यादा जगह की जरूरत नहीं. यह जल्दी तैयार होकर अच्छा मुनाफा देती है.

मूली: अगस्त में मूली के बीजों को गमले की मिट्टी पर बिखेरें, फिर खाद डालें और नमी बनाए रखने के लिए पानी का छिड़काव करें. 50-60 दिनों में यह तोड़ने लायक हो जाती है. मूली की खेती आसान और लाभदायक है.

कृषि एक्सपर्ट देवके ने सलाह दी कि किसान जैविक खाद का उपयोग करें और कीटों से बचाव के लिए प्राकृतिक तरीके अपनाएं. इससे न केवल पैदावार बढ़ेगी बल्कि पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा. विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी मिश्रित खेती से किसान सालाना लाखों कमा सकते हैं. खासकर जब मुख्य फसलें देरी से तैयार होती हैं.