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MP Ajab Gajab Mela: मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के नागझिरी गांव में संत बोंदरु बाबा की समाधि पर हर साल लगने वाले संतान मेले में लाखों श्रद्धालु पहुंचे. महिलाएं संतान प्राप्ति की आस में कैरी का प्रसाद लेने आईं, जबक…और पढ़ें
दीपक पांडेय/खरगोन: खरगोन जिले के नागझिरी गांव में रविवार को संत बोंदरु बाबा की समाधि स्थल पर हर साल की तरह इस बार भी अनोखा संतान मेला आयोजित हुआ. यह मेला किसी सामान्य मेले की तरह झूले-मनोरंजन वाला नहीं, बल्कि लाखों लोगों की आस्था और संतान प्राप्ति की अनोखी परंपरा का प्रतीक है. इस मेले में इस बार करीब दो लाख श्रद्धालु पहुंचे.
महिलाओं की आस्था का केंद्र
मेले में देशभर से महिलाएं अपनी गोद भराई की परंपरा पूरी करने पहुंचीं. मान्यता है कि समाधि स्थल पर रखी चरण पादुकाओं का आशीर्वाद लेकर कच्ची कैरी, पान और कपूर का प्रसाद लेने से निसंतान दंपत्तियों को संतान की प्राप्ति होती है. इस बार भी मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली और छत्तीसगढ़ से हजारों महिलाएं पहुंचीं.
तुलादान की अनोखी परंपरा
खास बात यह रही कि जिन महिलाओं की मन्नत पूरी हो चुकी थी, वे अपने बच्चों को लेकर आईं और तुलादान की रस्म निभाई. इस साल करीब 250 परिवारों ने तुलादान किया, जबकि 550 से ज्यादा निसंतान महिलाओं ने कैरी का प्रसाद पाया. श्रद्धालुओं का कहना है कि चाहे विज्ञान इसे अंधविश्वास माने, लेकिन उनके लिए यह बाबा का आशीर्वाद और जीवन का सबसे बड़ा चमत्कार है.
बोंदरु बाबा की जीवित समाधि
इतिहास के अनुसार संत बोंदरु बाबा ने विक्रम संवत 1790 में मात्र 25 वर्ष की उम्र में जीवित समाधि ले ली थी. उनकी स्मृति में मंदिर का निर्माण हुआ और तभी से यह संतान मेला शुरू हुआ. समाधि स्थल पर आज भी बाबा की चरण पादुकाएं रखी हुई हैं, जिनके दर्शन के लिए लोग घंटों कतार में खड़े रहते हैं.
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