अब आपको बताते हैं कि वो मुख्यमंत्री किस राज्य के थे. इसका जवाब है बिहार राज्य. वही राज्य जहां इस समय चुनाव की सरगर्मियां चल रही हैं. माना जा रहा है कि इस राज्य में नवंबर के आसपास चुनाव होने वाला है. भारतीय टीम के जिस दिग्गज क्रिकेटर की बात हो रही है, उनके पिता इसी राज्य के मुख्यमंत्री थे. हालांकि अब काफी समय गुजर चुका है.
बिहार से क्या ताल्लुक
विजेता वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य
तो अब आप समझ चुके होंगे कि बात किसकी हो रही है. बात कीर्ति आजाद की हो रही है. जो अपने जमाने के धुरंधर क्रिकेटर थे. वह वर्ष 1983 की उस भारतीय टीम के सदस्य थे, जिसने वन-डे क्रिकेट का वर्ल्ड कप पहली बार जीता था. वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मैच को भारत के फेवर में टर्न कराने में उनका भी नाम लिया जाता है.
सेमीफाइनल मैच में उनकी वो गेंद
सेमीफाइनल मैच इंग्लैंड के खिलाफ था. ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले जा रहे इस मैच उनका सबसे यादगार मैच भी कहा जाता है. इंग्लैंड के आलराउंडर इयान बॉथम खतरनाक बल्लेबाज थे. वह अच्छी शुरुआत कर चुके थे. कपिल देव ने गेंद कीर्ति आज़ाद को थमाई कीर्ति की गेंद घुमी और बाथम पर उस पर तब कैच दे बैठे, जब वह 33 रन बना चुके थे और भारत के लिए सिरदर्द लग रहे थे. इंग्लैंड की टीम लड़खड़ा गई. भारत ने आसानी से जीत हासिल की, फाइनल में प्रवेश किया.
अब तृणमूल कांग्रेस से सांसद
तब रणजी ट्रॉफी में अच्छे प्रदर्शन से टीम इंडिया में होता था सेलेक्शन
दिलचस्प बात यह है कि क्रिकेट में उनका सेलेक्शन किसी राजनीतिक दबाव से नहीं हुआ.1980 के दशक में टीम इंडिया के चयन में खासतौर पर रणजी प्रदर्शन और घरेलू रिकॉर्ड को ही अहमियत दी जाती थी. उनकी पहचान एक हार्ड-हिटिंग मिडल ऑर्डर बल्लेबाज़ और ऑफ-स्पिन ऑलराउंडर की रही. भारत में एक और मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के बेटे और मौजूदा सांसद अनुराग ठाकुर ने भी फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेली. वह हिमाचल प्रदेश की रणजी टीम से खेले. बाद में बीसीसीआई के अध्यक्ष बने. फिर केंद्रीय मंत्री भी.
बिहार के ही पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव क्रिकेटर के रूप में दिल्ली डेयरडेविल्स (IPL) टीम में थे. वह रणजी टीम में बिहार/झारखंड से भी जुड़े रहे. हालांकि अनुराग ठाकुर और तेजस्वी भारत की ओर से कभी नहीं खेले.