वाह क्या कलेक्शन है… दिल को छू लेने वाली इन तस्वीरों को देखकर आप भी हो जाएंगे गार्डन-गार्डन

वाह क्या कलेक्शन है… दिल को छू लेने वाली इन तस्वीरों को देखकर आप भी हो जाएंगे गार्डन-गार्डन


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World Photography Day 2025: तस्वीरें एक ऐसा आईना हैं, जो समय के बाद भी निहारने के लिए रह जाता है. दुनिया आज जब वर्ल्ड फोटोग्राफी डे मना रही है तो पढ़िए और देखिए कैसे मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की एक डॉक्टर ने बच्चों के जन्म के वक्त की टेंशन को कैमरे और तस्वीरों से दूर किया. डॉ प्रिया की डिलिवरी के वक्त क्लिक की वो चंद तस्वीरें कई परिवारों के लिए यादें हैं. 

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दुनिया हर साल 19 अगस्त को वर्ल्ड फोटोग्राफी डे मानती है. अब तस्वीरें क्या हैं अगर मानें तो वो बीत गए समय का एक आईना हैं, जो भविष्य में हमें भूत की याद दिलाती हैं. अब इन्हीं तस्वीरों को भोपाल की डॉ प्रिया भावे ने बच्चों के जन्म के वक्त माता- पिता को खुशी पहुंचाने का एक जरिया बना लिया.

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झीलों के शहर भोपाल की डॉक्टर प्रिया भावे ने बच्चों की डिलिवरी के वक्त की टेंशन को भगाने फोटो खींचना शुरू किया था, जो आगे चलकर 2000 से ज्यादा फोटो वाला कई पेरेंट्स के लिए खुशियों वाला खजाना बन गया.

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भोपाल की ये कमाल की डॉक्टर बच्चों के जन्म से लेकर उसके बाद कई तस्वीरें खींचती थी. जिसकी शुरुआत तो टेंशन भागने के लिए हुई थी पर समय के साथ धीरे-धीरे पेरेंट्स खुद डॉक्टर से डिलिवरी के वक्त फोटोज की डिमांड करने लगे.

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डॉ. प्रिया भावे चित्तावर ने तस्वीरों को वो रूप दे दिया, जो अब सभी माता-पिता के लिए यादों का जखीरा बन गया है. उन्होंने इस पहल की शुरुआत दो साल पहले की थी. जिसको उन्होंने ‘फर्स्ट क्राय बेबी शूट’ नाम दिया था.

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इस फर्स्ट क्राय बेबी फोटोशूट में डॉक्टर डिलिवरी के वक्त मां और बच्चे के पहले स्पर्श, पहली नजर से लेकर पहली चीख तक को कैमरे से तस्वीरों का रूप देतीं थी.

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भोपाल की डॉक्टर का तस्वीरों का ऐसा इस्तेमाल शायद ही अपने पहले देखा और सुना होगा. बच्चे की डिलिवरी के वक्त घटित हर एक पल की तस्वीरें हर मां के लिए एक इमोशनल समय होता है, जिसको वो हमेशा अपने पास रखना चाहती हैं. फर्स्ट क्राय बेबी शूट से पेरेंट्स को यही मौका मिला.

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फर्स्ट क्राय बेबी फोटोशूट की हर तस्वीर अपने आप में एक अलग इमोशनल एंगल और कहानी अपने साथ लिए हुए हैं. जिसमें नवजात की पहली चमक से लेकर मां के आंचल तक का पहला सफर तस्वीरों में ही कैद हो जाता है.

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डॉ प्रिया भावे के मुताबिक वो अब तक 1500 डिलिवरी में हिस्सा ले चुकी हैंं. इस दौरान उन्होंने लगभग 2000 नवजात बच्चों की यादगार और अमिट फोटो कैमरे में कैद कर चुकी हैं.

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