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Village Business Ideas: अब गांव में रहकर भी लोग सफल स्टार्टअप शुरू कर रहे हैं. कृषि अधिकारी मनोहर सिंह देवके ने कुछ कम लागत वाले बिजनेस के बारे में बताया है, तो चलिए जानते हैं. (रिपोर्ट: मोहन)

यदि आप भी शहरी क्षेत्र और महानगरों की भाग दौड़ और लैपटॉप के आसपास 10 से 12 घंटे तक घूमते हो, तो आपको सुकून नहीं मिल पाता है. इसलिए लोग अब गांव की ओर सुकून को ढूंढने के लिए निकल पड़े हैं और अब गांव में ही अपने खुद के स्टार्टअप डालकर सुकून भरी जिंदगी जीने के साथ पैसा भी कमा रहे हैँ.

यदि आप भी ऐसा करना चाहते हैं, तो आप यह पांच बिजनेस आपके घर गांव में ही रहकर आप कर सकते हैं. जिससे आपकी अच्छी कमाई होना शुरू हो जाएगी. आपको कोई अधिक लागत भी नहीं लगाना है. कृषि अधिकारी मनोहर सिंह देवके ने कहा कि यदि आप भी गांव में रहकर कुछ करना चाहते हैं, तो आप यह पांच बिजनेस शुरू कर सकते हैं, जिससे आपकी अच्छी कमाई होना शुरू हो जाएगी.

आप ऑर्गेनिक फल सब्जियों की खेती दूध डेयरी का बिजनेस हर्बल फार्मिंग पोल्ट्री फार्मिंग वर्मी कंपोस्ट यूनिट डालकर हर महीने हजारों रुपए की कमाई कर सकते हैं. आपको यह बिजनेस शुरू करने के लिए तीन से चार लाख रुपए की लागत लगती है. बाकी आपको हजारों रुपए महीने की कमाई होना शुरू हो जाती है. आप लाखों रुपए महीने की कमाई भी कर सकते हैं.

ऑर्गेनिक फल सब्जी की खेती- भारत की मिट्टी में उपजे फल सब्जियों की डिमांड को विदेशों तक है. केमिकल से उपजे फल सब्जी सेहत को नुकसान पहुंचा रहे हैं. इसलिए भारत और दुनिया की एक बड़ी आबादी ऑर्गेनिक फल और सब्जियों का सेवन कर रही है. भविष्य में ऑर्गेनिक फल सब्जियों की डिमांड और बढ़ेगी.

दूध डेयरी का बिजनेस- सेहत के प्रति लोग जागरुक होते जा रहे हैं. अच्छी हेल्थ के लिए प्रोटीन को डाइट में शामिल करना बेहद जरूरी है और दूध इसका सबसे अच्छा और नेचुरल सोर्स है. भारत में दूध डेयरी का बिजनेस खूब चलता है. शहरों में गाय-भैंस के दूध और इससे बने हेल्दी प्रोडक्ट की काफी डिमांड रहती है.

हर्बल फार्मिंग- कोरोना के बाद से आयुर्वेद में लोगों का विश्वास और भी बढ़ गया है. अब बीमारियों में सुबह-शाम दवाइयां खाने के बजाय लोग औषधि जड़ी बूटियों का सेवन करने लगे यह कंपनियां किसानों के साथ कांटेक्ट करती हैं किसानों से सारी जड़ी बूटिया और औषधि खरीद लेती है इसलिए आप यह बिजनेस भी कर सकते हैं.

पोल्ट्री फार्मिंग- पिछले कुछ सालों से अंडे और मांस की खपत भी बढ़ गई है. लगभग हर घर में सुबह-सुबह अंडे खाने का चलन बढ़ गया है. वही शहरों में चिकन की मांग भी बढ़ गई है ऐसे में पोल्ट्री का बिजनेस किसी भी साधारण काम से ज्यादा मुनाफा दे सकता है.

वर्मी कंपोस्ट यूनिट- अब किसान भी केमिकल से मिट्टी को हो रहा नुकसान से वाकिफ हो चुके हैं. इसलिए जैविक खेती और प्राकृतिक खेती की तरफ बढ़ रहे है इन दोनों तरह की खेती के लिए के जरिए कम खर्चे में बेहतर उत्पादन और अच्छी आमदनी पक्की है. अब जैविक खेती के लिए ऑर्गेनिक खाद उर्वरकों की काफी डिमांड रहती है. वर्मी कंपोस्ट भी एक खेती और गार्डनिंग में इस्तेमाल होने वाली प्रमुख जैविक खाद है.