मध्यप्रदेश बन रहा फिल्म शूटिंग का हब, गांव-कस्बों में गूंज रहा लाइट, कैमरा और एक्शन; जानें क्यों है फिल्म मेकर्स की पहली पसंद

मध्यप्रदेश बन रहा फिल्म शूटिंग का हब, गांव-कस्बों में गूंज रहा लाइट, कैमरा और एक्शन; जानें क्यों है फिल्म मेकर्स की पहली पसंद


Last Updated:

Bhopal News: मध्य प्रदेश बॉलीवुड का नया पसंदीदा कैनवास बनकर उभरा है. भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर जैसे चहल-पहल वाले शहरों के अलावा कैमरे अब प्रदेश के शांत कोनों में भी घूम रहे हैं.

Bhopal News : मध्य प्रदेश फिल्मों व वेब सीरीज की शूटिंग के लिए फिल्म निर्माताओं व निर्देशकों की पहली पसंद बनता जा रहा है. सबसे ज़्यादा फ़िल्म अनुकूल राज्यका दर्जा प्राप्त कर चुके मध्य प्रदेश में फिल्म पर्यटन नीति लागू होने के बाद से अब तक 350 से अधिक फिल्मों और वेब सीरीज की शूटिंग हो चुकी है. अब मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग रील टूरिज़्म को वास्तविक पर्यटन में बदलने जा रहा है. इसके तहत पर्यटन विभाग फेमस शूटिंग लोकेशन को विकसित करेगा.

प्रदेश की जिन जगहों पर प्रसिद्ध वेब सीरीज और फ़िल्मों की शूटिंग हुई है. वहां प्रशंसकों को घूमने का मौका मिलेगा. मध्य प्रदेश बॉलीवुड का नया पसंदीदा कैनवास बनकर उभरा है. भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर जैसे चहल-पहल वाले शहरों के अलावा कैमरे अब प्रदेश के शांत कोनों में भी घूम रहे हैं. इसमें सीहोर के महोड़िया, बमुलिया और धामनखेड़ा गांव, छिंदवाड़ा के चिमटीपुर, भोपाल के पास सरोतीपुर और दहोता के अलावा रायसेन का खौफनाक भूत पलासी भी शामिल है. ये कभी भुला दिए गए गांव अचानक स्पॉटलाइट की चकाचौंध और एक्शन के शोर से जीवंत हो उठे हैं.

पसंदीदा शूटिंग लोकेशन पर घूमने का मौका
मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड भी अब इस सिनेमाई लहर का लाभ उठाने जा रहा है. वह इन शूटिंग स्थलों को पर्यटन आकर्षण के रूप में विकसित करने की योजना बना रहा है, जिससे प्रशंसकों को उन्हीं गलियों और खेतों में घूमने का मौका मिलेगा जहां उनकी पसंदीदा फ़िल्में और वेब सीरीज जीवंत हुई थीं. प्रदेश अब अपनी दूरदर्शी नीति और शूटिंग की अनुमति में आसानी की पहल के जरिए फिल्म निर्माताओं के लिए सबसे पसंदीदा स्थलों में से एक बन गया है.

नई फिल्म पर्यटन नीति ने बनाया माहौल
मध्य प्रदेश की प्रगतिशील फिल्म पर्यटन नीति ने राज्य के प्रति इस फोकस को काफी सुगम बना दिया है. अपनी सुव्यवस्थित एकल-खिड़की निकासी प्रणाली और आकर्षक सब्सिडी मॉडल के माध्यम से फिल्म निर्माताओं और निर्देशकों के लिए प्रक्रियाओं को सरल बनाया है. साथ ही अधिक क्षेत्रीय और राष्ट्रीय प्रस्तुतियों को प्रोत्साहित किया है. बता दें, इस नीति के लागू होने के बाद से प्रदेश में 350 से अधिक फिल्मों और वेब सीरीज की शूटिंग हो चुकी है. 

सर्वाधिक फिल्म अनुकूल राज्य का मिला सम्मान
साल 2022 में मध्य प्रदेश को सर्वाधिक फिल्म अनुकूल राज्यपुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है, जो इसके फिल्म निर्माता-केंद्रित दृष्टिकोण और विकसित होते सिनेमाई परिदृश्य का प्रमाण है. साथ ही यहां 12 हिंदी फिल्में, 1 तेलुगु फिल्म और 6 वेब सीरीज को 24 करोड़ रुपये से अधिक के वित्तीय प्रोत्साहन पहले ही वितरित किए जा चुके हैं.

न्यूज़18 हिंदी को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homemadhya-pradesh

MP बन रहा फिल्म शूटिंग का हब, गांव-कस्बों में गूंज रहा लाइट, कैमरा और एक्शन



Source link