सतना में खाद गोदाम में यूरिया की उपलब्धता की जांच करते कलेक्टर सतीश कुमार एस।
राज्य सरकार इस साल खरीफ सीजन में ही यूरिया की डिमांड पूरी नहीं कर पा रही है। इसके चलते प्रदेश के कई जिलों में किसान आंदोलित हैं और चक्काजाम तक कर रहे हैं। सरकार के पास वर्तमान में सिर्फ 1.68 मीट्रिक टन यूरिया है और ऐसे में यूरिया को लेकर मारामारी की
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दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश के किसानों को यूरिया की सप्लाई न कर पाने पर आज छिंदवाड़ा में आंदोलन का ऐलान कर रखा है।
यूरिया के संकट का मामला मुख्यमंत्री तक पहुंच चुका है और मुख्यमंत्री डॉ. यादव कैबिनेट बैठक में इस पर मंत्रियों के साथ चर्चा कर चुके हैं। इस मीटिंग में मुख्यमंत्री यादव ने कहा है कि यूरिया का कुल भंडारण 15.60 लाख मीट्रिक टन है, जिसमें से 13.92 लाख मीट्रिक टन किसानों को वितरित किया गया है और 1.68 लाख मीट्रिक टन यूरिया शेष है। प्रदेश में मक्का का क्षेत्रफल लगभग 5 लाख हेक्टेयर बढ़ जाने के कारण यूरिया की मांग बढ़ी है। आगामी डेढ़ माह में 5.60 लाख मीट्रिक टन यूरिया प्राप्त होने की संभावना है।
इन जिलों में सामने आ चुका संकट, हाईवे भी कर चुके जाम
पिछले एक माह से प्रदेश के श्योपुर, सतना, रीवा, शहडोल, गुना, बड़वानी, दमोह, हरदा, इंदौर, नरसिंहपुर जबलपुर, छिंदवाड़ा और धार समेत अन्य जिलों में खाद का संकट सामने आ चुका है। यही स्थिति बाकी जिलों में भी है। जबलपुर, शहडोल, दमोह में भी किसान इसी तरह अपना सारा काम छोड़कर खाद के लिए कतारों में लगने को मजबूर हैं।
किसान रात तीन बजे से वितरण केंद्रों पर लाइन लगा लेते हैं। कई जिलों में तो खाद न मिलने के विरोध में हाईवे पर किसान चक्काजाम भी कर चुके हैं पर सरकार इसका समाधान नहीं तलाश पाई है। जबकि अभी रबी फसल का सीजन शुरू ही नहीं हुआ है।
खाद को लेकर किसान आंदोलन में शामिल हो रहे कमलनाथ
एक्स पर ट्वीट कर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश किसानों का प्रदेश है। प्रदेश की 70 फीसदी आबादी आज भी कृषि और कृषि से जुड़े व्यवसाय पर निर्भर है लेकिन भाजपा की सरकार किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। पूरे प्रदेश और छिंदवाड़ा के किसानों की पीड़ा को व्यक्त करने के लिए आज कांग्रेस पार्टी छिंदवाड़ा में विशाल किसान आंदोलन कर रही है।
कांग्रेस पार्टी की मांग है कि किसानों को यूरिया के लिए परेशान न किया जाए। किसानों को तत्काल समुचित रासायनिक खाद उपलब्ध कराया जाए। वादे के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी किसानों को गेहूं और धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य उपलब्ध कराए।
सरकार इस तरह की प्रणाली अपनाए कि किसानों को उचित समय पर खाद और बीज मिले। जब उनकी फ़सल तैयार हो जाए तो न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सुचारु ढंग से उसकी ख़रीदी हो। प्रधानमंत्री फ़सल बीमा योजना का सही ढंग से क्रियान्वयन किया जाए और किसानों को फ़सल के हुए नुकसान का उचित मुआवज़ा दिया जाए।
उन्होंने लिखा कि कांग्रेस पार्टी हर क़दम पर किसानों के साथ खड़ी है और उनके न्याय के लिए हर लड़ाई लड़ने को तैयार है।
कमलनाथ ने सोमवार को किया था आंदोलन का ऐलान
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दो दिन पहले सोमवार को एक्स पर ट्वीट कर लिखा कि छिंदवाड़ा और पांढुर्णा के किसान पिछले एक महीने से यूरिया खाद के लिए तरस रहे हैं। किसान धरना- प्रदर्शन, आंदोलन सब कर चुके हैं लेकिन उन्हें यूरिया की जगह सिर्फ आश्वासन और पुलिस की लाठियां मिली हैं। खाद की मारामारी का वीडियो भी उन्होंने एक्स पर अपलोड किया है।
कमलनाथ ने एक्स पर यह भी लिखा कि ऐसा लगता है कि मध्य प्रदेश सरकार जानबूझकर छिंदवाड़ा और पांढुर्णा के खिलाफ षड्यंत्र कर रही है और यहां के किसानों को यूरिया किसी क़ीमत पर उपलब्ध कराना नहीं चाहती। अब पानी सर से ऊपर हो गया है और कांग्रेस पार्टी इसके खिलाफ विशाल आंदोलन करने के लिए तैयार है।
20 अगस्त को कांग्रेस पार्टी किसानों की समस्याओं को लेकर छिंदवाड़ा में आंदोलन करेगी। नाथ ने लिखा कि वे सभी किसान भाइयों और छिंदवाड़ा पांढुर्णा की जनता से आग्रह करते हैं कि इस आंदोलन में शामिल हों ताकि बहरी सरकार के कानों तक उनकी आवाज़ पहुंच सके।