कोच गंभीर लाने जा रहे ‘ब्रोंको टेस्ट’, पास करना होगा मुश्किल इम्तिहान

कोच गंभीर लाने जा रहे ‘ब्रोंको टेस्ट’, पास करना होगा मुश्किल इम्तिहान


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Bronco Test Introduced To Improve Indian players Fitness : बीसीसीआई जल्दी भी टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लिए एक नया ब्रोंको टेस्ट लाने जा रहा है.

कोच गंभीर लाने जा रहे 'ब्रोंको टेस्ट', पास करना होगा मुश्किल इम्तिहानखिलाड़ियों के मानकों को और बेहतर बनाने के लिए ब्रोंको टेस्ट की शुरुआत करने का सुझाव दिया है
नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम में स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कोच के रूप में वापसी करने के बाद एड्रियन ले रॉक्स ने खिलाड़ियों के लिए कुछ नया करने जा रहे हैं. उन्होंने फिटनेस को और बेहतर बनाने के लिए ब्रोंको टेस्ट की शुरुआत करने का सुझाव दिया है. ब्रोंको टेस्ट एक रनिंग टेस्ट है जो आमतौर पर रग्बी और अन्य खेलों में एथलीटों की एरोबिक सहनशक्ति का टेस्ट करने के लिए उपयोग में लाया जाता है.

यह टेस्ट भारत के क्रिकेटरों की फिटनेस जांचने के लिए उपयोग किए जाने वाले यो-यो टेस्ट और 2-किलोमीटर टाइम ट्रायल के अलावा होगा. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक इसे खास तौर से तेज गेंदबाजों के लिए शुरू किया गया है. ऐसा करने से गेंदबाज जिम सेशन पर ध्यान लगाने की जगह दौड़ना शुरू करें. कुछ अनुबंधित खिलाड़ियों ने पहले ही बेंगलुरु में बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में यह टेस्ट लिया है.

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सूत्र के मुताबिक “ब्रोंको टेस्ट को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में शुरू किया गया है. भारत के कुछ सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में आने वाले खिलाड़ी बेंगलुरु गए हैं और उन्होंने यह टेस्ट लिया है. ब्रोंको टेस्ट का उपयोग यह सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है कि फिटनेस मानक स्पष्ट हों. साथ ही यह देखा गया कि भारतीय क्रिकेटर खास तौर से तेज गेंदबाज पर्याप्त दौड़ नहीं लगा रहे थे और वो जिम में ज्यादा वक्त बिता रहे थे. खिलाड़ियों को बताया गया है कि उन्हें अधिक दौड़ना होगा.”

ब्रोंको टेस्ट क्या है?

ब्रोंको टेस्ट में एक एथलीट को तीन दूरी पर बार-बार शटल रन करना होता है. यह 20-मीटर रन (आउट और बैक मिलाकर 40 मीटर) से शुरू होता है, इसके बाद 40 मीटर (आउट और बैक मिलाकर 80 मीटर) और फिर 60 मीटर (आउट और बैक मिलाकर 120 मीटर) होता है. एथलीट को बिना आराम किए पांच सेट पूरे करने होते हैं. प्रत्येक राउंड में 240 मीटर दौड़ना होता है जिससे कुल दूरी 1200 मीटर हो जाती है.

ब्रोंको टेस्ट में स्कोरिंग कैसे की जाती है?

एथलीट द्वारा पांच राउंड पूरा करने में लिया गया समय रिकॉर्ड किया जाता है – समय जितना कम होगा, स्कोर उतना ही बेहतर होगा. रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय क्रिकेटरों को ब्रोंको टेस्ट छह मिनट में पूरा करना होगा.

Viplove Kumar

15 साल से ज्यादा वक्त से खेल पत्रकारिता से सक्रिय. Etv भारत, ZEE न्यूज की क्रिकेट वेबसाइट में काम किया. दैनिक जागरण वेबसाइट में स्पोर्ट्स हेड रहा. ओलंपिक, कॉमनवेल्थ, क्रिकेट और फुटबॉल वर्ल्ड कप कवर किया. अक्टूब…और पढ़ें

15 साल से ज्यादा वक्त से खेल पत्रकारिता से सक्रिय. Etv भारत, ZEE न्यूज की क्रिकेट वेबसाइट में काम किया. दैनिक जागरण वेबसाइट में स्पोर्ट्स हेड रहा. ओलंपिक, कॉमनवेल्थ, क्रिकेट और फुटबॉल वर्ल्ड कप कवर किया. अक्टूब… और पढ़ें

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