मछली गैंग की क्राइम कुंडली
मछली गैंग में सोहेल, शहरयार, शफीक, शाहिद और शावेज शामिल हैं. ये गैंग सभी मिलकर चलाते हैं, इनपर यौन शोषण, अपहरण, मादक पदार्थों की तस्करी और ब्लैकमेलिंग के संगीन आरोप हैं.
आरोपी राजस्थान से भी ड्रग लाते थे. सड़क के रास्ते नशे का सामान लाया जाता था. इसके बाद भोपाल के अलग-अलग पब और लाउंज में पुराने और भरोसेमंद फिक्स कस्टमरों तक ड्रग्स पहुंचाई जाती थी.
100 करोड़ की अवैध संपत्ति
यासीन की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने मछली परिवार की करीब ₹100 करोड़ की अवैध संपत्तियों की पहचान की है. इन संपत्तियों में फार्म हाउस, वेयरहाउस, मैरिज हॉल और मदरसे शामिल हैं, जिनका निर्माण शासकीय ज़मीन पर बिना अनुमति किया गया था. प्रशासन ने हाल ही में कई ढांचों पर बुलडोजर चलाकर उन्हें ध्वस्त किया जा रहा है.
ऐसी थी मछली की कोठी…
कोठी 1990 में बनाई थी.
15 हजार स्क्वायर फीट में निर्माण.
तीन मंजिला तक 30 से ज्यादा कमरे.
20 से 25 करोड़ रुपए कीमत का आकलन.
गैरेज, पार्क, झूला घर पर बना रखा था.
पूरा निर्माण सरकारी जमीन पर किया.
मास्टरमाइंड की तलाश जारी
इतना ही नहीं, इस पूरे मामले में राजनीतिक कनेक्शन भी सामने आया है. परिवार के एक सदस्य शफीक अहमद बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा से जुड़े थे, लेकिन विवाद सामने आने के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा. पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क के “मास्टरमाइंड” की तलाश कर रही है, जिसे यासीन से ऊपर माना जा रहा है.