एसएएफ जवान अजय भदौरिया की नशामुक्ति केन्द्र में मौत को परिजन ने बताया हत्या।
ग्वालियर में शुक्रवार को एक नया खुलासा हुआ है। एक महीने पहले बिजौली स्थित मंथन नशामुक्ति केंद्र में एक सिपाही की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। एसएएफ जवान की संदिग्ध हालात में मौत के बाद पुलिस ने मर्ग कायम किया था।
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हाल ही में संस्कार नशा मुक्ति केंद्र में बैंक के एरिया फील्ड ऑफिसर पंकज की मौत और हत्या का मामला दर्ज होने के बाद अब सिपाही के परिजन ने भी आवाज उठाई है। शुक्रवार को मृतक सिपाही के परिजन ने पुलिस अफसरों से इस मामले में भी हत्या के एंगल से जांच कर मामला दर्ज करने की बात कही है।
थाना प्रभारी बिजौली राहुल सिंह ने बताया-
देहात भिंड निवासी अजय सिंह भदौरिया पुत्र मेहताब सिंह भदौरिया एसएएफ जवान था और सत्रह बटालियन में पदस्थ था। अभी उसकी ड्यूटी रायसेन में चल रही थी। 11 जुलाई को वह छुट्टी पर आया था और उसे 23 जुलाई को मंथन नशा मुक्ति केंद्र बिजौली ग्वालियर में भर्ती कराया था।।
थाना प्रभारी ने बताया कि भर्ती कराने के अगले ही दिन उसकी मौत हो गई थी। जिस पर मर्ग कायम किया था। अब परिजन ने घटना के एक महीने बाद पंकज शर्मा हत्याकांड के बाद सिपाही की मौत में भी पीट-पीटकर हत्या की आशंका व्यक्त की है
कुछ दिन पहले हुआ था एक्सीडेंट पुलिस ने जांच की तो पता चला कि वह नशे का आदी था और कुछ दिन पहले उसका एक्सीडेंट हुआ था और तीन दिन उसका ग्वालियर के एक निजी अस्पताल में उपचार चला था। यहां से जाने के बाद फिर से उसने नशा करना शुरू कर दिया था। जिस पर परिजनों ने उसे नशा मुक्ति केन्द्र में भर्ती कराया था।
एसडीओपी बेहट मनीष यादव ने बताया

पीएम रिपोर्ट में उसकी मौत पूर्व चोटों से होना पता चला है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है, जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।