भिंड में धार्मिक आस्था और पर्यावरण संरक्षण को जोड़ते हुए भिंड शहर से “माटी गणेश–सिद्ध गणेश” अभियान की शुरुआत आज (शुक्रवार) से हो गई। जन अभियान परिषद ने यह ठाना है कि गांव, कस्बों और शहरों तक मिट्टी से गणेश बनाने की परंपरा को पहुंचाना है।
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संभाग समन्वयक धर्मेंद्र सिसोदिया ने कहा कि परिषद हमेशा समाज को नई सोच देती है। मिट्टी से गणेश बनाने का उद्देश्य नदियों और जलस्रोतों को जहरीले केमिकल और प्लास्टर से बचाना है।
जिला समन्वयक डॉ. शिवप्रताप सिंह ने कहा कि कोई भी आंदोलन तभी सफल होता है, जब उसमें समाज की भागीदारी हो। इसलिए हर परिवार को इस अभियान से जोड़ना जरूरी है।
विकासखंड समन्वयक बृजेंद्र शर्मा ने कहा कि हर आस्थावान घर को मिट्टी के गणेश की पूजा करनी चाहिए। वहीं समाजसेवी गिर्राज तोमर ने ग्राम समितियों से नशामुक्ति का संदेश भी साथ ले जाने की अपील की।
कार्यशाला में प्रस्फुटन समितियों का गठन हुआ, नवांकुर सखियों को बीज रोपण सामग्री दी गई और सभी ने नशामुक्ति की शपथ भी ली। अंत में प्रतिभागियों ने मिट्टी से गणेश जी की प्रतिमा बनाकर प्रशिक्षण लिया।
अभियान के दौरान खास बातें-
- मिट्टी से गणेश बनाने का संदेश।
- पर्यावरण संरक्षण और धार्मिक आस्था का संगम।
- ग्राम समितियों की भूमिका पर जोर।
- अभियान को नशामुक्ति से भी जोड़ा गया।
- हर घर में मिट्टी के गणेश पूजन की अपील।