‘मैया मोरी मैं नहीं…’, सीएम मोहन यादव बोले- ‘माखन चोर’ नहीं हैं श्रीकृष्ण

‘मैया मोरी मैं नहीं…’, सीएम मोहन यादव बोले- ‘माखन चोर’ नहीं हैं श्रीकृष्ण


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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भगवान श्रीकृष्ण को “माखन चोर” कहे जाने पर आपत्ति जताई है. उनकी दलील है कि कृष्ण के घर हजारों गायें थीं और दूध, घी और माखन की नदियाँ बहती थीं, ऐसे में वह माखन क्यों चु…और पढ़ें

'मैया मोरी मैं नहीं…’, सीएम मोहन यादव बोले- ‘माखन चोर’ नहीं हैं श्रीकृष्णएमपी के सीएम मोहन यादव ने भावुक अपील की है.
भोपाल. भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं को लेकर अक्सर लोग उन्हें “माखन चोर” कहकर पुकारते हैं, लेकिन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस संबोधन को गलत ठहराया है. उन्होंने कहा कि कृष्ण के घर हजारों गायें थीं और वहां दूध, घी और माखन की कोई कमी नहीं थी. ऐसे में भला वे माखन क्यों चुराते. सीएम मोहन यादव का कहना है कि वास्तव में माखन मटकी फोड़ना कंस राज के खिलाफ एक विद्रोह का प्रतीक था. श्रीकृष्‍ण जन्‍माष्‍टमी पर्व के बाद से मुख्‍यमंत्री डॉ मोहन यादव अपने भाषणों में इस बात का जिक्र बार-बार कर रहे हैं.

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि कृष्ण यह जताना चाहते थे कि उनके घर का माखन और दूध आखिर कहां जा रहा है. कंस रोज उन्हें मारने के लिए असुर भेजता था और घर का माखन भी उन्हीं के पास पहुँचता था. ऐसे में बालकृष्ण अपने साथियों को संगठित करते और मटकी फोड़कर इस अन्याय का विरोध जताते. मुख्यमंत्री ने कहा कि “हमारे घर में हजारों गायें थीं. रोज माखन बनता था. भला एक छोटा बच्चा कितना माखन खा सकता है. माखन चुराने की बात सही नहीं है. ये दरअसल कंस राज के खिलाफ एक पराक्रम था.”

कृष्ण का पूरा जीवन समाज के उद्धार और लोक कल्याण में समर्पित
सीएम के संस्कृति सलाहकार डॉ. श्रीराम तिवारी ने भी इस विचार को आगे बढ़ाया. उन्होंने कहा कि “चोर” शब्द अपराध से जुड़ा है, जबकि कृष्ण का पूरा जीवन समाज के उद्धार और लोक कल्याण में समर्पित था. वे अवतार थे, जिन्होंने अपनी लीलाओं और पुरुषार्थ से समाज को दिशा दी. डॉ. तिवारी ने बताया कि माखन फोड़ने की लीला दरअसल कंस के अत्याचारों के खिलाफ बालकों को प्रेरित करने का तरीका थी. दूध, घी और माखन को बिखेरकर कृष्ण यह संदेश देते थे कि अब ये अत्याचारी शासक के पास नहीं जाएगा. बच्चों को संगठित कर उन्होंने विद्रोह की चिंगारी जगाई. अंततः कंस का वध हुआ, लेकिन कृष्ण ने स्वयं राजा बनने का दावा कभी नहीं किया.

भगवान की लीलाओं और पराक्रम को गलत अर्थों में पेश ना करें 
मोहन यादव की यह पहल कृष्ण को “माखन चोर” कहने की परंपरा को चुनौती देती है. उनका मानना है कि यह संबोधन भगवान की लीलाओं और पराक्रम को गलत अर्थों में पेश करता है. मुख्यमंत्री की अपील है कि अब कृष्ण को माखन चोर न कहा जाए, बल्कि उनके साहस और विद्रोही स्वरूप को समझा जाए.

Sumit verma

सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्‍थानों में सजग जिम्‍मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प…और पढ़ें

सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्‍थानों में सजग जिम्‍मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प… और पढ़ें

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