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Fish feed business: कम लागत में मछली आहार निर्माण एक लाभकारी व्यवसाय बनता जा रहा है. सरकार की प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग योजना के तहत 35% तक की सब्सिडी मिलती है, जिससे 50 हजार से व्यवसाय शुरू किया जा सकत…और पढ़ें
कम पूंजी में बड़ा कारोबार
मछली आहार का कारोबार शुरू करने के लिए बहुत बड़ी पूंजी की जरूरत नहीं है. वरिष्ठ उद्यान विकास अधिकारी सोहावल विकासखंड सुधा पटेल ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत कोई भी उद्यमी 50 हजार रुपये से लेकर करोड़ों रुपये तक का अपना व्यवसाय खड़ा कर सकता है. इस योजना में 35% तक सब्सिडी या अधिकतम 10 लाख रुपये तक का अनुदान उपलब्ध है.
उन्होंने बताया कि छोटे वर्ग के किसान या मोहल्लों में रहने वाले लोग भी इस कारोबार की शुरुआत कर सकते हैं. मछली पालन करने वाले किसानों को हमेशा मछलियों के लिए गुणवत्तापूर्ण आहार की तलाश रहती है. ऐसे में यदि उद्यमी आसपास के गांवों और तालाबों में मछली पालन करने वालों से संपर्क कर सीधी सप्लाई करें तो यह व्यापार स्थायी और लाभकारी दोनों साबित होगा.
विभिन्न प्रकार की यूनिट
उन्होंने आगे बताया कि मछली आहार निर्माण के लिए सेमी ऑटोमैटिक, फुली ऑटोमैटिक और लेबर आधारित तीन तरह की यूनिट्स होती हैं. लेबर आधारित यूनिट महज 50 हजार रुपये में ही शुरू की जा सकती है. इसमें धान का कना, चोकर और अन्य अवशेषों से तैयार की गई छोटी-छोटी गोलियां मछलियों के भोजन के रूप में इस्तेमाल होती हैं. इच्छुक लोग अपनी क्षमता और बजट के अनुसार छोटी, मध्यम या बड़ी यूनिट स्थापित कर सकते हैं और योजना के तहत अनुदान भी प्राप्त कर सकते हैं.
मछली पालन वालों के लिए सुनहरा अवसर
जो किसान पहले से मछली पालन कर रहे हैं उनके लिए यह कारोबार और भी फायदेमंद हो सकता है. वहीं नए उद्यमी भी यदि इस दिशा में कदम बढ़ाएं तो यह उनका आय का पक्का और नियमित स्रोत बन सकता है. बढ़ती मांग और सरकारी योजनाओं के सहयोग से मछली आहार निर्माण एक बेहतर बिज़नेस विकल्प बनकर उभर रहा है.
Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digital), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked a…और पढ़ें
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