दिल्ली स्थित एचपीएम केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर लिमिटेड।
खंडवा में खरपतवार नाशक दवा का छिड़काव करने के बाद 48 किसानों की 220 एकड़ सोयाबीन फसल खराब हो गई। जांच में दवा अमानक स्तर की पाई गई। इसके बाद कृषि विभाग की शिकायत पर पुलिस ने दवा निर्माता कंपनी के एमडी सहित 6 लोगों पर कीटनाशक एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज क
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80-90% पौधे पूरी तरह प्रभावित
उप संचालक कृषि नितेश यादव ने बताया कि खालवा क्षेत्र के ढकोची और आसपास के गांवों के किसानों की फसल प्रभावित हुई। छिड़काव के बाद 80–90% पौधे पूरी तरह खराब हो गए, जिससे उत्पादन की संभावना खत्म हो गई। शिकायत मिलने पर जांच दल गठित किया गया था।
दवा की गुणवत्ता जांच में मिली खामी
जांच दल ने पाया कि दिल्ली की एचपीएम केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स कंपनी द्वारा निर्मित दवा एचपीएम बायोक्लोर के छिड़काव से फसल प्रभावित हुई। दवा का जिले में परिवहन, भंडारण और बिक्री प्रतिबंधित कर दी गई है। विक्रेताओं से 16 पैकेट जब्त किए गए। फरीदाबाद लैब की रिपोर्ट में दवा की गुणवत्ता मानक से काफी कम पाई गई।
कंपनी प्रबंधन और विक्रेता पर एफआईआर
खालवा पुलिस ने कंपनी के एमडी अशोक अग्रवाल, केमिस्ट अनीष कुमार पांडे, मंगाराम, अश्वनी कुमार, प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षरकर्ता एसके पंचारिया और विक्रेता विजय राठौर (प्रो. तनुज एग्री क्लिनिक) के खिलाफ मामला दर्ज किया है।