इंदौर में बायपास भी अब सुरक्षित नहीं है। शुक्रवार सुबह 10 बदमाश एक चलते ट्रक में सवार होकर ट्रक का माल नीचे अपने साथियों को फेंकते रहे। जब ट्रक के ड्राइवर-क्लीनर ने देखा तो उन्हें चाकू से धमकाकर ट्रक से कूदकर फरार हो गए। मामले में पुलिस भी लापरवाह बन
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वारदात शुक्रवार सुबह 6 बजे बायपास फोनिक्स सिटाडेल के पास हुई। ट्रक ड्राइवर चिराग राम और क्लीनर जयकिशन दोनों निवासी बाडनेर (राजस्थान) ट्रांसपोर्ट कंपनी का माल (कपड़े के बंडल) ट्रक में लेकर सूरत से गुवाहाटी के लिए रवाना हुए थे।
वे फोनिक्स सिटाडेल के पास पहुंचे तो ट्रक के ऊपर से सामान फेंकने की आवाज आई। उन्होंने साइड ग्लास से देखा तो चार बदमाश सड़क पर खड़े थे। उनके साथी ट्रक पर सवार थे और उन्हें सामान फेंक रहे थे। वे नीचे उतरकर ट्रक पर चढ़े तो 5-6 बदमाशों ने उन्हें चाकू निकालकर धमकाया और भाग निकले। पुलिस बदमाशों की तलाश कर रही है।
ट्रक में भरे सामान के लिए इस तरह तिरपाल काटकर की वारदात।
बार-बार लगाते रहे पुलिस को फोन ट्रक ड्राइवर और क्लीनर सुबह हल्का अंधेरा और आपाधापी में बाइक का नंबर भी देख नहीं सके। उन्होंने 2 किमी टोल नाके के पास जाकर लसूड़िया थाने का नंबर लिया और फोन लगाया। पुलिस ने कुछ देर बाद पहुंचने की बात कही। दोनों ने काफी देर तक इंतजार किया, लेकिन पुलिस नहीं पहुंची। फिर फोन लगाए लेकिन शाम तक पुलिस नहीं पहुंची तो वे थाने पहुंचे और देर रात रिपोर्ट दर्ज की गई। बदमाशों ने लोडिंग वाहन में भरा माल इस तरह के गिरोह के लोगों के साथ पीछे एक लोडिंग वाहन चलता है जिसमें नीचे खड़े बदमाश उसमें ट्रक कटिंग से चुराया माल उसमें भरते जाते हैं। रात में तो कई किमी तक ड्राइवर-क्लीनर को इसका पता ही नहीं चलता। इस मामले में भी लोडिंग वाहन जिसमें बदमाशों ने सामान फेंका था, वह कब आगे-पीछे चला गया पता नहीं चला। बाकी सभी साथी बदमाश बाइक से भाग निकले। जहां वारदात हुई वहां दूर-दूर तक सीसीटीवी कैमरे भी नहीं हैं। टीआई तारेश सोनी ने बताया

घटनास्थल को लेकर वैरीफिकेशन बहुत जरूरी थी। बायपास पर टोल नाके के पास शिप्रा, मांगलिया और लसूडिया थाने की सीमाएं लगती हैं। मामले की जांच जरूरी है कि ट्रक कटिंग की वारदात, कब, कहां, कैसे और किन परिस्थितियों में हुई। बदमाशों की तलाश की जा रही है।