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Madhya Pradesh Tourist Places: खंडवा जिले में स्थित चारखेड़ा टापू मानसून के दौरान प्राकृतिक सुंदरता से भर उठता है. चारों ओर फैले बैकवॉटर और हरी-भरी घाटियां इस टापू को “मिनी गोवा” का दर्जा दिला रही हैं.
बारिश ने निखारी खूबसूरती
जिला मुख्यालय से करीब चालीस किलोमीटर दूर स्थित यह टापू इंदिरा सागर डैम के बैकवॉटर में फैला हुआ है. चारों तरफ पानी और बीच में हरियाली से सजा यह स्थान मानसून में बेहद मनमोहक नजर आता है. भारी बारिश के बाद जहां डैम पानी से लबालब भर गया है, वहीं दूसरी ओर पानी के किनारों पर पसरी हरियाली और भी गहरी और आकर्षक हो गई है. पानी और हरियाली का यह संगम पर्यटकों को प्राकृतिक आनंद का अनोखा अनुभव दे रहा है.
करीब तीन हजार हेक्टेयर में फैले इस टापू ने अब पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर खींचना शुरू कर दिया है. यहां पहुंचने वाले सैलानी शांत वातावरण, ठंडी हवाओं और प्राकृतिक दृश्यों का भरपूर आनंद लेते हैं. बारिश के मौसम में बैकवॉटर की लहरें और हरियाली का संगम लोगों को सुकून और रोमांच दोनों देता है. यही वजह है कि स्थानीय लोगों के साथ-साथ आसपास के जिलों से भी बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं.
गोवा जैसी वाइब्स
चारों ओर पानी से घिरे इस टापू पर खड़े होकर जब पर्यटक दूर तक फैली लहरों और हरी-भरी घाटियों को देखते हैं, तो उन्हें बिल्कुल गोवा का अहसास होता है. बैकवॉटर के बीच छोटे-छोटे टापू और उन पर पसरी हरियाली नजारे को और भी खूबसूरत बना देते हैं. यही वजह है कि सोशल मीडिया पर भी लोग इसे “मिनी गोवा” कहकर शेयर कर रहे हैं.
यह टापू सिर्फ घूमने-फिरने वालों के लिए ही नहीं बल्कि प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफरों के लिए भी किसी स्वर्ग से कम नहीं है. मानसून में यहां का हर कोना तस्वीरों के लिए शानदार बैकग्राउंड देता है. पानी में प्रतिबिंबित होती हरी-भरी पहाड़ियां और नीला आसमान एक अलग ही दृश्य रचते हैं. यहां आने वाले लोग अक्सर कहते हैं कि चारखेड़ा में उन्हें वही शांति और प्राकृतिक सुंदरता मिलती है, जिसकी तलाश वे शहर की भागदौड़ में खो देते हैं.
प्रशासन की नजर
वन विभाग द्वारा विकसित यह क्षेत्र अब स्थानीय पर्यटन को नई पहचान दे रहा है. प्रशासन भी यहां आने वाले पर्यटकों की सुविधा और सुरक्षा पर ध्यान दे रहा है. भविष्य में यहां पर्यटन को और विकसित करने की योजनाएं भी बन रही हैं ताकि यह स्थल प्रदेश के प्रमुख पर्यटन केंद्रों की सूची में शामिल हो सके.
मध्य प्रदेश का यह मिनी गोवा यानी चारखेड़ा टापू बारिश के मौसम में प्राकृतिक सौंदर्य का जीवंत उदाहरण बन चुका है. यहां की हरियाली, बैकवॉटर की लहरें और शांत वातावरण लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं. मानसून में यह स्थान सिर्फ एक पर्यटन स्थल ही नहीं, बल्कि सुकून और रोमांच दोनों का अनुभव देने वाला एक अनोखा ठिकाना है.
Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digital), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked a…और पढ़ें
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