क्या कहते हैं डॉक्टर?
खंडवा के हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. अनिल पटेल बताते हैं कि पित्ताशय में पथरी होना गंभीर समस्या है, लेकिन शुरुआती दौर में कुछ घरेलू नुस्खे और सही खानपान से इसे कंट्रोल किया जा सकता है. अगर रोगी सावधानी बरते तो पथरी के बढ़ने का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है.
1. फाइबर से भरपूर चीजें – पथरी की समस्या में फाइबर बहुत फायदेमंद है. फाइबर पाचन को आसान बनाता है और गॉलब्लैडर पर दबाव कम करता है. इसके लिए साबुत अनाज, दलिया, ओट्स, सेब और अमरूद को डाइट में शामिल करें.
2. हरी पत्तेदार सब्जियां – पालक, मेथी, सरसों का साग जैसी हरी सब्जियां एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं. ये पित्ताशय को स्वस्थ रखने में मदद करती हैं.
4. हल्दी – हल्दी एक नेचुरल एंटी-इंफ्लेमेटरी है, जो सूजन को कम करती है और लिवर व गॉलब्लैडर को स्वस्थ रखती है.
किन चीजों से बचें?
तली-भुनी और मसालेदार चीजों से पूरी तरह दूरी बनाएँ.
रेड मीट, प्रोसेस्ड फूड और पैक्ड स्नैक्स पथरी को बढ़ा सकते हैं.
मलाई, बटर और क्रीम जैसे भारी फैट वाली चीजें न खाएं.
मैदा, सफेद चावल और चीनी से भी परहेज करें.
1. गुनगुने पानी में नींबू का रस – सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में नींबू मिलाकर पीने से पथरी छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट सकती है.
2. सेब का सिरका – पानी में एक चम्मच एप्पल साइडर विनेगर डालकर पीना पित्ताशय को साफ करने और दर्द कम करने में मददगार है.
4. त्रिफला चूर्ण – सुबह-शाम थोड़ी मात्रा में त्रिफला चूर्ण लेने से लिवर और पाचन तंत्र डिटॉक्स होता है.
रोजाना हल्की एक्सरसाइज और योग करें.
मोटापा कम करें, क्योंकि वजन बढ़ने से पथरी की संभावना बढ़ती है.
दिनभर पर्याप्त पानी पिएं ताकि शरीर साफ और डिटॉक्स होता रहे.
समय-समय पर अल्ट्रासाउंड और डॉक्टर की सलाह लेते रहें.
डॉक्टर अनिल पटेल कहते है कि गॉलब्लैडर की पथरी को शुरुआत में सही खानपान और घरेलू नुस्खों से काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है. अगर दर्द ज्यादा बढ़े या पथरी का आकार बड़ा हो जाए तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराना जरूरी है. याद रखिए, समय पर अपनाई गई सावधानियां आपको बड़ी सर्जरी और गंभीर समस्या से बचा सकती हैं.
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.